जयपुर। कला एवं संस्कृति मंत्री बी.डी. कल्ला ने कहा है कि राजस्थानी भाषा,कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने वाली फिल्मों को राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाएगा।
कल्ला मंगलवार को यहां शासन सचिवालय में आयोजित राजस्थानी फिल्मों एवं फेस्टिवल को अनुदान देने के लिए गठित राज्य स्तरीय समिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने राजस्थानी भाषा को बढ़ावा देने वाली फिल्मों, फेस्टिवल्स तथा सीरियल्स को प्रोत्साहन राशि दिये जाने के लिए नियमों में संशोधन किये जाने के भी निर्देश दिये।
कला एवं संस्कृति मंत्री ने यह भी कहा कि राजस्थानी फिल्मों को अनुदान राशि दिये जाने के लिए गठित प्री व्यू कमेटी फिल्मों का एक महीने की अवधि में रिव्यू करके अभिशंषा करें तथा इस संबंध में गठित राज्य स्तरीय कमेटी द्वारा तीन महीने में बैठक कर निर्धारित मानकों पर खरा उतरने वाली फिल्मों को अनुदान राशि दी जावें।
कल्ला ने कहा कि देश में राजस्थानी भाषा करीब दस करोड़ से ज्यादा लोग बोलते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र तथा कोलकता में भी राजस्थानी भाषा बोलने वाले लोग रहते हैं। उन्होंने कहा कि मायड़ भाषा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा अभिशंषा प्राप्त फिल्मों की सूची पर चर्चा कर उन्हें अनुदान दिये जाने का निर्णय किया गया। इसके साथ ही राजस्थानी फिल्म फेस्टिवल के संबंध में समिति के अभिमत अनुसार विभिन्न राजस्थानी फिल्म फेस्टिवल को अनुदान दिये जाने का भी निर्णय लिया गया।
प्रमुख शासन सचिव कला, संस्कृति एवं पर्यटन श्रेहा गुहा ने बताया कि जिन फिल्मों में राजस्थानी भाषा बोली गई है उन्हें तथा जिन फिल्म फेस्टिवल्स में राजस्थानी फिल्में दिखाई गई हैं उनको अनुदान दिये जाने का निर्णय भी लिया गया है।
इस अवसर पर राजस्थानी फिल्मों एवं फेस्टिवल को अनुदान देने हेतु गठित राज्य स्तरीय समिति के सदस्य सचिव प्रमुख शासन सचिव कला, संस्कृति एवं पर्यटन सहित, शासन सचिव वित्त(व्यय) विभाग, निदेशक पर्यटन विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रतिनिधि एवं श्री नंद किशोर झालानी उपस्थित रहे।