आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी
जयपुर, hellobikaner.in ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर भीलवाड़ा द्वितीय इकाई द्वारा आज भीम, राजसमंद में कार्यवाही करते हुये केशराम मीणा अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, खंड- भीम, जिला राजसमंद एवं गोपाल सिंह रावत ( प्राईवेट व्यक्ति) को परिवादी से 2 लाख रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि ए.सी.बी. की भीलवाड़ा द्वितीय इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके द्वारा करवाये गये निर्माण कार्यों के बकाया बिलों के भुगतान की एवज में केशराम मीणा अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, खंड- भीम, जिला राजसमंद द्वारा कमीशन के रूप में 5 लाख रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी अजमेर के उपमहानिरीक्षक पुलिस समीर कुमार सिंह के सुपरवीजन में एसीबी भीलवाड़ा द्वितीय इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजराज सिंह चारण के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज उप अधीक्षक पुलिस शिवप्रकाश हरगण एवं उनकी टीम द्वारा भीम, राजसमंद में ट्रेप कार्यवाही करते हुये केशराम मीणा पुत्र तेजराम निवासी ग्राम जीवली, तहसील वजीरपुर, जिला सवाई माधोपुर हाल निवासी बी – 17, जेपी कॉलोनी, टोंक फाटक, जयपुर हाल अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, खंड- भीम, जिला राजसमंद को परिवादी से 2 लाख रुपये की रिश्वत राशि प्राप्त कर अपने निवास पर बैड के रैक में रखवाई।
परिवादी का इशारा मिलने पर पहुंची एसीबी टीम को देखकर आरोपी अधिशासी अभियंता द्वारा रिश्वत राशि अपने एक सहयोगी गोपाल सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह रावत निवासी हिन्दोला, भीम, राजसमंद को कहकर रैक से उठवाकर गोपाल सिंह की पेंट की जेब में रखवा दी। एसीबी द्वारा आरोपी अधिशासी अभियंता एवं गोपाल सिंह को मौके से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि आरोपी अधिशासी अभियंता द्वारा शिकायत के सत्यापन के दौरान ही 1 लाख रुपये रिश्वत के रूप में वसूल कर चुका था।
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस दिनेश एम. एन. के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।