हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in, बीकानेर। श्रावण के महीने में भगवान शिव की आराधना हिन्दू धर्मं के लोगों द्वारा की जाती है। शिव मंदिरों में हजारों भक्तों की कतारे दिखाई देती है। शिव की प्रतिमा का श्रृंगार कर अभिषेक किया जाता है।
श्रावण माह में सवा लाख शिवलिंग बनाये जाने के पीछे बड़ा रहस्य छुपा है। बीकानेर में पिछले सात वर्षों से लगातार हर साल एक विशेष जगह पर सवा लाख शिवलिंग बनाये जाते है। बीकानेर के अपना घर के पास हरिश गांधी के घर में 5100 शिवलिंग कोलायत की मिट्टी में विशेष तत्व मिला कर बनाया जाता है।
पंडित कमल किशोर पुरोहित ने बताया की यजमानों द्वारा पिछले सात वर्षों से सवालाख शिवलिंग बनवाये जाते है। इस बार भी शिवलिंग बनाये जा रहे है अभी तक लगभग 90 हजार शिवलिंग बन चुके है। सवा लाख शिवलिंग बनाने में उनके साथ चार पंडित लगे है, अनिल भादाणी, कपिल ओझा व सोनू कलवाणी विधिविधान से मंत्रोच्चार के साथ प्रतिदिन करीब 5100 शिवलिंग बनाते है।
सावन के महीने में प्रतिदिन भगवान् शिव का विशेष श्रृंगार कर अभिषेक किया जाता है। पंडित कमल किशोर के अनुसार भादवा महीने की एकम को कोलायत में विसर्जन किया जायेगा। प्रतिदिन शिव की प्रतिमा को अलग अलग देवी देवताओं के रूप में श्रृंगारित किया जाता है। जैसे कभी शिव को माता जी का स्वरूप दिया जाता है तो कभी भैरुनाथ का स्वरूप दिया जाता है।
पंडित कमल किशोर पुरोहित बताते है इन सवा लाख शिवलिंग बनाने के पीछे एक रहस्य छुपा है। जिनके द्वारा सवा लाख शिवलिंग बनवाये जाते है उनके कभी दरिद्रता नहीं आती, उनके परिवार से सभी रोग दूर हो जाते है। मान्यता है की सवा लाख शिवलिंग निर्माण से उनका कल्याण होता है और भगवान शिव प्रशन्न होते है और उनके उपर भगवान शिव अपना आशीर्वाद बनाये रखते है। इसका एक इसका उद्देश्य विश्व में सुख, शांति, समृद्धि और जन कल्याण की भावना भी हैं।
पिछले सात वर्षों से ये सवा लाख शिव लिंग बनाये जा रहे है सावन माह के अंतिम दिन विशेष पूजा के साथ प्रसादी का आयोजन भी किया जाता है।