बीकानेर hellobikaner.com दिल्ली के एक नामी प्रकाशन संस्थान द्वारा प्रकाशित एक किताब में जैन साधुओं के बारे में गलत बातें प्रकाशित होने से स्थानीय जेन समुदाय के लोगों में काफी रोष है। बीकानेर जैन महासभा के अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने बताया कि दिल्ली स्थित सस्ता साहित्य मंडल प्रकाशन ने पंचतंत्र की कहानियां नामक किताब में जैन श्वेताम्बर साधुओं के बारे में अमर्यादित और झूठी बातें लिखी गयी है। लेखक भगवान सिंह ने लिखा है कि तपस्वियों में श्वेताम्बर जैन सबसे धूर्त होते हैं।
जैन साधुओं के विषय में गलत और भ्रामक तथ्य प्रकाशित करना गलत और अपराध है। इस तथ्य की जानकारी पाकर सकल श्वेताम्बर जैन समाज आहत हुआ है। महामंत्री सुरेन्द्र जैन बाद्धाणी ने बताया कि पंचतंत्र में श्वेताभिक्षु शब्द का प्रयोग हुआ है। उसे ही गलत अर्थों में विवादित किताब में श्वेताम्बर भिक्षु कहकर पूरे साधु समाज को अपमानित किया गया है। लेखक और छापने वाले प्रकाशक से बड़ी भूल हुई है।
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बीकानेर जैन महासभा ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए लेखक और प्रकाशक से जैन समाज के समक्ष भूल स्वीकार करते हुए क्षमा मांगने के साथ स्पष्टीकरण की भी मांग की है। साथ ही भूल संशोधन करते हुए इन किताबों की बिक्री और प्रचार-प्रसार की रोकने की मांग भी की है। जैन समाज के निर्मल धारीवाल, अमरचन्द सोनी, विजय कोचर, इन्द्रमल सुराणा, चंपकमल सुराणा, जतन संचेती, मेघराज बोथरा इत्यादि अनेक लोगों ने इस कृत्य के लिए प्रकाशक को क्षमा मांगने की बात कही है।