अहमदाबाद। गुजरात में आज से ही चारों ओर गणपति भक्ति में डूबा माहौल नजर आ रहा है।
“ गणपति नो जय जय कार, माटी नी मूर्ति नो करीए आवकार” (गणपति का जय-जय कार, मिट्टी की मूर्ति का करें सत्कार) की गूंज और स्वच्छ देश-प्रसन्न गणेश के पोस्टर बसों और रोड पर होर्डिंग में दिखाई दे रहे हैं। कल से शुरू हो रहे 10 दिवसीय गणेश उत्सव की तैयारियां राज्य में पूरे जोरों पर हैं।
बड़ी संख्या में लोग गणेश जी की मिट्टी की प्रतिमाएं आज सुबह से ही खरीद कर अपने-अपने घरों,पंडालों में पहुंच रहे हैं। जहां गणेश जी की छोटी-बड़ी मूर्तियों की स्थापना कल की जायेगी। माना जाता है कि सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत भगवान श्री गणपति जी के पूजन से किये जाने पर समस्त काम उनकी कृपा से निर्विघ्न पूरे हो जाते हैं।
नवजीवन ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी विवेक देसाई ने “यूनीवार्ता” को बताया कि अहमदाबाद में साबरमती जेल के चार कैदियों द्वारा बनायी गयी इकोफ्रेंडली 101 गणेश प्रतिमाओं को ट्रस्ट के कर्मा कैफे में बेचने के लिए रखा गया है। जहां से भक्त गणपति मूर्तियों को गणेशोत्सव के लिए खरीद रहे हैं। गणेश प्रतिमाओं की कीमत 1000, 1500 और 2500 रुपये रखी गयी है।
राज्य में जिलों के हर घर,मोहल्ला,कस्बा एवं शहरों में गणपति भगवान की सुंदर प्रतिमा की शुक्रवार को स्थापना की जाएगी और अनंत चतुर्दशी तक वातावरण में “गणपति बप्पा मोरया“ और “गणपति आयो बाप्पा-गणपति आयो, रिद्धि-सिद्धि लायो बाप्पा रिद्धि-सिद्धि लायो, गजानन आयो-रिद्धि सिद्धि लायो की ध्वनि गुंजायमान रहेगी।