इक्कीस एकेडमी में ‘हमारी मुठ्ठी में आकाश सारा’ कार्यक्रम आयोजित
लूनकरणसर,। आंखों में ऊंचाईयां छूने का हौंसला, पांवो में लक्ष्य पाने की फूर्ति और हाथों में हुनर लिए बच्चे अपनी-अपनी प्रतिभा दिखाने को तत्पर दिखाई दिए। यह अवसर था लूनकरणसर के गोपल्याण में स्थित इक्कीस गर्ल्स कॉलेज और इक्कीस एकेडमी फॉर एक्सीलेंस में आयोजित ‘हमारी मुट्ठी में आकाश सारा’ कार्यक्रम के तहत रखे गई खेलकूद प्रतिस्पर्द्धा का।
इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए संस्थान सचिव डॉ. हरिमोहन सारस्वत ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के लिए केवल किताबी ज्ञान पर्याप्त नहीं है इसके लिए सृजनात्मक प्रवृति का विकास जरूरी है।
संस्था प्रधान और युवा साहित्यकार राजूराम बिजारणियां ने कहा कि जीवन मूल्यों के विकास के लिए शिक्षण व्यवस्था में कला, साहित्य, संगीत और खेलकूद विधाओं और गतिविधियों को पर्याप्त महत्व दिया जाना चाहिए।
संस्था अध्यक्ष श्रीमती आशा शर्मा ने इस दौरान विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अंको की अंधी प्रतिस्पर्द्धा के इस दौर में बाल मन को रचनात्मकता की तरफ मोड़ने की विशेष आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज और विद्यालय की प्रतिभाओं ने शतरंज, शोर्ट फुट, डांसिंग चेयर, वन मिनट विनर, चम्मच दौड़, उल्टी दौड़, बाधा दौड़, ऊंची कूद, लम्बी कूद, सहित दर्जनों गतिविधयों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
संस्थान के कृष्ण कुमार गोदारा, जय श्री सारस्वत, स्वाति शर्मा, दीपिका, शक्तिकुमार और पूजा ने अपनी देख-रेख में विद्यार्थियों से विभिन्न गतिविधियां सम्पन्न करवाई।