जयपुर। राजस्थान के वरिष्ठ नागरिक अब वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत विदेश भी जा सकेगे। हवाई मार्ग से वरिष्ठ नागरिक नेपाल के काठमाडू, पशुपतिनाथ की निःशुल्क तीर्थ यात्रा कर सकेगे।
बुधवार को पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में यहां पर्यटन भवन में आयोजित राज्य स्तरीय समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय पारित किये गये। इस वर्ष 5 हजार यात्री हवाई जहाज से एवं 5 हजार यात्री रेल से तीर्थ यात्रा पर जायेगे। देवस्थान मंत्री की पहल पर रेल यात्रा में 2 और हवाई यात्रा में 3 नये सर्किट जोड़े गये है।
यात्रा के लिये आवेदन 5 जुलाई से शुरू होगे। आवेदन देवस्थान के पोर्टल पर दिये गये लिंक के माध्यम से ऑनलाइन ही स्वीकार किये जायेगे।
इस वर्ष हवाई यात्रा में 3 नये सर्किट जोडे़ गये है। नेपाल मेें पशुपतिनाथ-काठमांडू सर्किट में तीर्थ यात्रियों को काठमांडू तक हवाई जहाज से एवं वहा से आगे पशुपतिनाथ तक बसों के माध्यम से ले जाया जायेगा। गंगासागर -दक्षिणेश्वर काली-वेलूर मठ-कोलकता सर्किट में यात्रियों को कोलकाता तक हवाई मार्ग से और वहा से आगे बस के माध्यम से ले जाया जायेगा। देहरादून- हरिद्वार-ऋषिकेश सर्किट में तीर्थ यात्रियों को देहरादून तक हवाई जहाज में एवं वहा से आगे बस के माध्यम से ले जाया जायेगा। गौरतलब है कि यह 3 नये सर्किट इस वर्ष योजना में शामिल किये गये है इससे पूर्व योजना में 6 सर्किट शामिल थे जिन्हे बढ़ाकर 9 कर दिया गया है।
वर्ष 2019 के लिये प्रस्तावित वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा में रेल यात्रा में 2 नये सर्किट जोड़े गये है। श्रीगोवर्धन-नंदगॉव-बरसाना-मथुरा-वृंदावन सर्किट एवं अजमेर (अजमेंर शरीफ) दिल्ली (शेख निजामुदद्ीन औलिया की दरगाह) एवं फतेहपुर सीकरी आगरा (शेेख सलीम चिश्ती की दरगाह) सर्किट को इस वर्ष योजना में शामिल किया गया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व रेल यात्रा में 6 सर्किट शामिल थे। जिन्हें बढ़ाकर 8 कर दिया गया है।
योजना के तहत रेल से जाने वाले 65 वर्ष या इससे अधिक के नागरिक भी अब अपने साथ सहायक ले जा सकेगे। गौरतलब है कि इससे पूर्व 70 वर्ष एवं इससे अधिक आयु के यात्रियों को ही सहायक ले जाने की अनुमति थी। मुख्य यात्री के साथ रेल यात्रा में जाने वाले पुरूष सहायक की आयु सीमा न्यूनतम 21 वर्ष से 50 वर्ष तक रखी गई है। इसके साथ ही सेवानिवृत्त सरकारी कार्मिक भी योजना का लाभ उठा सकेगे। इससे पूर्व सेवानिवृत्त सरकारी कार्मिक योजना का लाभ उठाने के लिये पात्र नहीं थे।
तीर्थ यात्रा योजना में हवाई एवं रेल मार्ग पर 5-5 प्रतिशत सीटे पत्रकारों के लिये आरक्षित की गई है। योजना का लाभ 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के पत्रकार ले सकेगे। यात्रा से जुडे़ सभी अधिकारी एवं यात्रियों के साथ गये हुये अधिकारी एवं कार्मिक व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से जुडे़ रहेगे ताकि उनके बीच समन्वय बना रहे। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिये नियन्त्रण कक्ष स्थापित किया जायेगा। संयुक्त शासन सचिव या सहायक शासन सचिव को इस नियन्त्रण कक्ष का नोडल अधिकारी नियुक्ति किया जायेगा।
देवस्थान एवं पर्यटन मंत्री ने देवस्थान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि तीर्थ यात्रा योजना के प्रचार-प्रसार के लिये जिला कलेक्टरों से समन्वय स्थापित कर हर जिले में प्रेस वार्ता आयोजित करवाई जाये। उन्होंने निर्देश दिये है कि योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाये ताकि दूर दराज के ग्रामीण इलाकों तक भी इसकी जानकारी पहुंचे।
किन्ही परिस्थितियों में रेल एवं हवाई यात्रा के दौरान स्थान रिक्त रहने पर आवश्यकता अनुसार ऎसे इच्छुक पात्र व्यक्ति जिन्होंने आवेदन नहीं किया है लेकिन यात्रा के आवेदन के पात्र है, ऎसे व्यक्ति को रिक्त रही सीटों पर राज्य स्तरीय अनुमोदन उपरान्त भिजवाया जा सकेगा। हवाई यात्रा के दौरान 40 यात्रियों पर 1 अनुरक्षक 40 से 80 यात्रियों के लिये 2 एवं 80 से ज्यादा वरिष्ठ यात्रियों के लिये 3 अनुरक्षक जायेगे।
इस दौरान प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा, आयुक्त कृष्ण कुणाल देवस्थान, पर्यटन एवं अन्य विभागों के आलाधिकारी उपस्थित रहे।