बीकानेर। मानव संस्थान विकास मंत्रालय नई दिल्ली, नट साहित्य सांस्कृतिक संस्थान एवं संकल्प नाट्य समिति के संयुक्त तत्वाधान में स्थानीय रविन्द्र मंच पर राजस्थानी भाशा के सर्वोच्च पुरस्कार प्राप्त उपन्यास ‘‘गवाड़’’ का मंचन हुआ। नाटक के लेखक मधु आचार्य ‘‘आशावादी’’ एवं निर्देशन किया आनंद वि. आचार्य ने सह निर्देशन किया सुरेश आचार्य ने। ‘‘गवाड़’’ में सामाजिक, राजनैतिक एवं आर्थिक विशमताओं को चोट करता है, ये गवाड़ किसी एक गांव शहर या कस्बे की नहीं अपितु इसका फलक देश व्यापी ही नहीं पुरी दुनिया है। ‘‘गवाड़’’ के विभिन्न चरित्र इन सभी विदुपताओं पर चोट करते है। नाटक यह संदेश भी देता है कि डर ही मनुश्य को भीतर से खोखला करता है। वह न तो जीने देता है और नही मरने देता है। अंधेरे से निकलकर ऊजाले की ओर जाने का रास्ता दिखलाती है ‘‘गवाड़’’। ‘‘गवाड़’’ कथा इस धरती की और इस धरती पर रहने वाले लोगों की।
इन्होंने किया अभिनय: प्रदिप भटनागर, रमेश शर्मा, संदिप परिहार, अनमोल भटनागर, रिया मोटवानी, आदर्श भटनागर, रिद्विमा आचार्य, इति श्री आचार्य, सुरेश आचार्य।
मंच पार्श्व: ध्वनी प्रभाव-जसदेवसिंह, प्रकाश प्रभाव-उत्तमसिंह, संगीत संयोजन-अभिषेक, मोहित शर्मा, रूपसज्जा-रामसहाय हर्श, कोरियोग्राफी-रिया मोटवानी, मंच प्रबंध- मालूसिंह राठौड़