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हैलो बीकानेर न्यूज नेटवर्क, www.hellobikaner.in लूणकरणसर, लोकेश बोरा। केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान बीकानेर के तत्व धान में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित 21 दिवसीय शीतकालीन प्रशिक्षण, किसने की आय बढ़ाने के लिए संभावित शुष्क बागवानी फसलों में तकनीकी हस्तक्षेप का आज समापन समारोह का आयोजन किया गया।

 

 

 

इसमें देश के 9 राज्यों के प्रशिक्षणार्थी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, विभिन्न राज्यों के कृषि विश्वविद्यालय तथा कृषि विज्ञान केदो के 22 कृषि वैज्ञानिकों को प्रमाण पत्र और मोमेंटो प्रदान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर बलराज सिंह माननीय कुलपति करण श्री नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर रहे हैं।

 

 

 

राजस्थान में जयपुर और आसपास का क्षेत्र बागवानी की खेती में विकसित सुरक्षित खेती पौधोगिकी को अपने से अपने से राजस्थान में जयपुर और आसपास के क्षेत्र सुरक्षित खेती के माध्यम से फलों और सब्जियों की फसलों उत्पादन में नया आयाम गढ़ रहा है, किसान सूचक क्षेत्र में भी पॉलीहाउस ग्रीन हाउस से सब्जी उत्पादन करके अपने आमदनी दुगनी तिगुनी कर सकता है। संस्था के निदेशक डॉक्टर जगदीश राणे ने मुख्य अतिथि डॉक्टर बलराज सिंह का स्वागत किया तथा सभी वैज्ञानिकों को शीतकालीन पाठ्यक्रम के सफलतापूर्वक समाप्ति पर बधाई दी और कहा कि यह प्रशिक्षण विभिन्न राज्यों से आए हुए वैज्ञानिकों को शुष्क तथा अर्धशुष्क क्षेत्र में बागवानी की नवीन तकनीकियों के विकास और प्रसार में योगदान देते हुए किसानों की आए समृद्धि के लिए काम आएगा।

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