हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, हरियाणा। हरियाणा में सिरसा के डबवाली उपमंडल के चौटाला गांव के मुख्य जोहड़ की खुदाई के कार्य के दौरान 150 किलोग्राम वजनी दुर्लभ प्रजाति का कछुआ मिला है।
कछुआ मिलने की सूचना के बाद जिला वन्य प्राणी विभाग से वन्य प्राणी निरीक्षक मौके पर पहुंचे और इसे अपने कब्ज़े में लिया। जोहड़ खुदाई कार्य के चलते कछुए को कुछ दिनों के लिए पास के एक किसान के खेत में बागवानी के लिए बनी पानी डिग्गी में रखा गया है। यहां वन्य जीव प्राणी विभाग की तरफ से कछुए के लिए भोजन में मछली व तरबूज डाला जा रहा है। इस कछुए को देखने के लिए उमड़ रही भीड़ के दृष्टिगत इसकी सुरक्षा भी की जा रही है।
वन्य प्राणी जीव निरीक्षक लीलू राम ने बताया कि यह कछुआ एसीआटिक साफ्टशैल टर्टल प्रजाति का है। तीन दिन पहले गांव चौटाला में जोहड़ की खुदाई के दौरान यह विशाल कछुआ मिला था। मछुआरे जोहड़ से मछली पकडऩे के लिए जाल फेंक रहे थे। बार-बार जाल टूट रहा था।
जिसके बाद मछुआरों ने पता लगाया तो इस विशाल कछुए का पता लगा। लीलू राम के मुताबिक यह कछुआ करीब 150 किलो का है। कछुए की उम्र भी 150 वर्ष के करीब है। यह कछुआ एसीआटिक साफ्टशैल टर्टल (एमीडा काॢटलाजिनिया) नाम की प्रजाति का है। इस प्रजाति के कछुए की उम्र 200 से 250 वर्ष तक होती है।
वन्य प्राणी निरीक्षके के मुताबिक कछुए की यह प्रजाति एक दुलर्भ प्रजाति है। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी विभाग इस कछुए को भोजन के लिए मछली व तरबूज पानी की डिग्गी में डलवा रहा है। करीब 12 एकड़ में बने इस जोहड़ की खुदाई का काम पूरा होने के बाद जोहड़ में पानी भरने के साथ ही इस कछुए को वापिस जोहड़ में छोड़ दिया जाएगा।