जयपुर hellobikaner.com राजस्थान में संयुक्त अभिभावक संघ ने राज्य सरकार पर हिंदी स्कूलों को बंद कर शिक्षा छीनने का काम करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि हिंदी स्कूलों को बंद किया गया तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जायेगा।
अभिभावक संघ के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने आज अपने बयान में कहा कि अंग्रेजी वर्तमान समय की जरूरत है लेकिन वह इस शर्त पर लागू नहीं होनी चाहिए कि हिंदी का ही महत्व खत्म कर दिया जाए। अगर देश से हिंदी का महत्व खत्म कर दिया गया तो वह देश की संस्कृति और सभ्यता पर सीधा वार होगा। उन्होंने कहा कि हिंदी स्कूलों के बंद होने से पूरे राजस्थान में करीब 10 लाख से अधिक बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी।
उन्होंने कहा कि अगर हिंदी स्कूलों को बंद किया गया तो पूरे राजस्थान के प्रत्येक गांव, कस्बों और शहरों में आंदोलन होगा, अपनी मातृ भाषा हिंदी को बचाने के लिए अभिभावकों को सड़कों पर उतरना पड़ा तो प्रत्येक अभिभावक उस आंदोलन में शामिल होगा।
अभिभावक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में पिछले पांच सालों में दो हजार से अधिक सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया है, करीब ढाई हजार स्कूल और बंद करने की योजना पर राज्य सरकार काम कर रही है।