हैलो बीकानेर न्यूज। राजस्थान के बीकानेर शहर में लगातार पिछले दो दिनों से ठण्ड कहर जारी है। ठण्ड़ी हवा ने आम जीवन मुश्किल में डाल दिया है वहीं जानवरों पर भी इसका असर देखा जा सकता है। पिछले दिनों हुई बारिस के बाद बीकानेर शहर में ठण्ड़ी हवाएं लगातार चल रही है। अपने मस्ताने अंदाज से जीने वाले इस शहर के लोगों को अपने आमजीवन में कठीनाईयां उत्पन हो रही है।
लोगों का कहना है कि इस बार सर्दी के मौसम में ठण्ड़ी हवा ज्यादा चली है। जिससे व्यापारी अपने दुकानों को जल्दी बंद करके घर को चले जाते है। इस ठण्डी हवा ने रात-रात भर जगने वाले लोगों को घर की तरफ जाने को मजबूर कर दिया है।
बच्चों को स्कूल जाने में हो रही है परेशानी
सर्द हवा जहां बड़े लोगों के काम में दिक्कतें पैदा कर रही है तो बच्चों पर इसका प्रभाव पडऩा स्वाभाविक है। सुबह-सुबह बच्चों का स्कूल के तैयार होना और स्कूल तक की दुरी तय करना इस सर्दी में एक और परिक्षा देने जैसा प्रतीत हो रहा है।
दोपहर को ही शुरू हो जाता है धूंणा
बीकानेर शहर में ठण्ड इतनी ज्यादा हो गई है की इस शहर में सर्दी के समय धूंणा रात को शुरू किया जाता है कि ठण्ड का असर इतनी ज्यादा हो गया है कि धूंणा दोपहर को ही शुरू कर दिया जाता है। बीकानेर शहर के अंदुरूनी क्षेत्र में हर चौक व गली में लोग इक्कठे होकर लकड़ी का धूंणा लगाकर बैठ जाते है। रात को जब घर रवानगी का समय होता है इस धूंणे को और तेज कर दिया जाता है ताकि आवारा पशुओं को इस धूंणे के अलाव से सर्दी से कुछ निजात मिल सके।
पान की दुकानों पर मिलता है संनाटा
आमतौर पर बीकानेर में पान की दुकानों पर भीड़-भाड़ दिखाई दे देती है। लेकीन इस बार सर्दी की मौसम बीकानेर की पान की दुकानों पर भी संनाटा दिखाई दिया। बीकानेर में ज्यादतर लोगों की आम चर्चा पान की दुकान पर होती है। चाहे चुनाव हो या कोई अन्य मुद्दा यहां लोग पान की दुकान पर चर्चा करते नजर आ ही जाते है। लेकिन इस बार की ठण्ड़ ने पान की दुकानों पर इस चर्चा पर भी विराम लगा दिया।
शादियों का चल रहा है सीजन
बीकानेर में अभी शादियों का सीजन चल रहा है २१ फरवरी को बीकानेर में पुष्करणा समाज का सामुहिक सावा है। इस बार की ठण्ड़ ने शादियों पर भी अपना असर दिखाया है। जहां बीकानेर में इस पुष्करणा समाज के सामुहिक सावे की चहल-पहल महिने भर पहले ही दिखाई दे जाती थी वो इस बार अभी तक दिखाई नहीं दी जा रही है। लोग ठण्ड़ी हवा से बचने के लिए अपने दिनचर्या वाले काम जल्दी निपटाकर घर में घुस जाते है।