बीकानेर (हैलो बीकानेर न्यूज़)। MGSU (महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय) के राजस्थानी विभाग व सेंटर फोर वीमेन्स स्टडीज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय कविता पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कनक रतनू महारानी सुदर्शना कॉलेज, द्वितीय स्थान सुमन इक्कीस कॉलेज, लूणकरनसर और तृतीय स्थान करण सिंह, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय ने प्राप्त किया और सांत्वना पुरस्कार कोमल ओझा, एम.एन. इंस्टीट्यूट एवं महेन्द्र सिंह राव, ज्ञान विधि कॉलेज को दिया गया।
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उद्घाटन समारोह की मुख्य वक्ता डॉ. प्रकाश अमरावत ने कहा कि स्त्री विमर्श का औचित्य स्त्री सम्मान के रूप में हो तो ज्यादा सही रहता है। उन्होंने अचलदास खींची री वचनिका आदि स्त्रोतों का उल्लेख करते हुए कहा कि स्त्री विमर्श में वीरता समाहित है, हाड़ा रानी ने अपनी शीश काटकर दे दिया, ये उसका उदाहरण है।
राजस्थानी विभाग की प्रभारी व सेंटर की डायरेक्टर डॉ. मेघना शर्मा ने स्वागत भाषण में 51 वर्षों से पेरिस मे रह रही लेखिका सरस्वती जोशी की राजस्थान सती पद्मिनी का जौहर कविता सुनाते हुए अतिथियों का स्वागत किया। उद्घाटन समारोह में अध्यक्षीय उद्बोधन में बोलते हुए कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह ने कहा कि राजस्थानी की गूंज ऐसी हो कि अगली लोकसभा का सांसद राजस्थानी में शपथ ले। कुलपति ने विभाग के सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी के लिए एक विशेष गोल्ड मेडल इसी सत्र से दिए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि संभाग में विषय को आगे ले जाने के लिए विश्वविद्यालय का विभाग पूरे प्रयास करेगा। उद्घाटन समारोह में राजस्थानी काव्य पाठ प्रतियोगिता के निर्णायकगण साहित्यकार बुलाकी शर्मा, डॉ. नीरज दइया और प्रमोद कुमार शर्मा का भी सम्मान किया गया। प्रतियोगिता के नियमो की जानकारी डॉ. गौरीशंकर प्रजापत ने दी।
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प्रतियोगिता की संयोजिका डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि राज्यभर से सत्ताइस के लगभग महाविद्यालयों की टीमों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जिसमें जसवंतगढ़, डीडवाना, लूणकरणसर, हनुमानगढ़, बीकानेर और श्रीगंगानगर आदि की टीमें शामिल थी। उद्घाटन समारोह में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सीमा शर्मा ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नमामी शंकर आचार्य द्वारा किया गया।
समारोह में राजस्थानी के गणमान्य साहित्यकारों ने शिरकत की जिसमें मधु आचार्य आशावादी, दीनदयाल शर्मा, डॉ. गौरीशंकर प्रजापत, राजूराम बिजारणियां, डॉ. हरिमोहन सारस्वत ‘रूँख’,असद अली असद, हरीश बी. शर्मा और अन्य अतिथिगणों में डॉ. राजेन्द्र पुरोहित, प्रो. राजाराम चोयल, श्रीमती सुनिता स्वामी, राजेश चौधरी, डॉ.गोपाल व्यास, डॉ. बलदेव व्यास और डॉ. अनिल कुमार दुलार उपस्थित रहे।