भारतवंशी डॉक्टर भाषा मुखर्जी ने दर्जनों प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए मिस इंग्लैंड का ताज अपने नाम कर लिया। डर्बी की रहने वाली 23 वर्षीय भाषा के पास स्नातक की दो डिग्री हैं। इस जीनियस सुंदरी का आइक्यू 146 है और वह पांच भाषाएं बोल सकती हैं। वहीं मशहूर वैज्ञानिक आइंस्टीन का आईक्यू लेवल 160 था। मिस इंग्लैंड प्रतियोगिता खत्म होते ही वह बोस्टन स्थित हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के तौर पर नौकरी शुरू करने वाली थीं। अब वह मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करेंगी।
भारत में जन्मीं भाषा 9 साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ इंग्लैंड पहुंच गई थीं। नॉटिंघम यूनिवर्सिटी से मेडिकल साइंस के साथ उन्होंने मेडिसिन और सर्जरी में भी स्नातक किया है। मिस इंग्लैंड के आखिरी चरण से पहले एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था, ‘कई लोग सोचते हैं कि सौंदर्य प्रतियोगिताएं जीतने वाली लड़कियां बुद्धू होती हैं। लेकिन हम सब किसी ना किसी मकसद से ही यहां हैं। मेडिकल की पढ़ाई के बीच मैंने इस तरह की प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के बारे में सोचा। इसके लिए मुझे खुद को बहुत समझाना भी पड़ा था।’
स्कूल के दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वह सीखने के लिए हमेशा उत्साहित रहती थीं इसलिए अपने शिक्षकों की चहेती थीं। क्लास में सबसे होशियार होने के लिए उन्हें आइंस्टीन अवार्ड भी मिला था। वह एक सामाजिक संस्था भी चलाती हैं। 2017 में उन्होंने जेनेरेशन ब्रिज प्रोजेक्ट शुरू किया था जो अकेलेपन से जूझ रहे बुजुर्गो की मदद करता है।