हैलो बीकानेर। निर्णय ऐसे होते हैं, जो किसी भी देश के इंफ्रास्ट्रक्चर सम्बंधी विकास में मील का पत्थर साबित होते हैं। नदियों को जोड़ने की योजना पर मुहर लगाने के बाद मोदी सरकार ने देश में रेल यात्रा में एक विशाल परिवर्तन लाने का फैसला लिया है। स्वच्छ भारत अभियान ने रेल यात्रियों की यात्रा को पहले से कई गुना ज्यादा सुखद बनाया है, भारतीय रेल अब यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए तत्पर है, फिर चाहे वह स्टेशन पर हाई स्पीड वाई-फाई हो अथवा बच्चों को दूध पिलाने जैसे स्टॉल्स।
बुलेट ट्रेन इसी कड़ी में एक बड़ा प्रयास है, जिसे पहले सुरेश प्रभु जी ने शुरू किया और अब पीयूष गोयल जी इसे आगे बढ़ा रहे हैं। यह भारतीय रेल की एक महान उपलब्धि है। कई लोग बुलेट ट्रेन को एक अनावश्यक खर्च के रूप में भी देख सकते हैं, लेकिन ये ऐसा निर्णय है जो सुनहरे भविष्य की ओर एक कदम है। 5 वर्षों में जब यह प्रोजेक्ट पूर्ण होगा, भारत तक कई गुना विकास कर चुका होगा। चूंकि इस प्रोजेक्ट को जापान द्वारा निवेशित किया जा रहा है, ऐसे में हमारे रेल बजट को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा और यह यात्री सुरक्षा और सुविधाओं पर ही खर्च होगा।
राजस्थान के लिए खुशी का विषय है कि बुलेट ट्रेन के अगले चरण के रूप में अजमेर-जयपुर-दिल्ली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के बारे में भी अध्ययन पूर्ण हो चुका है जो नीमराणा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को पार करेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की विदेश नीति से अब पूरा विश्व भारत का दबदबा महसूस करेगा।