जवान की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने अलर्ट जारी कर आतंकियों की तलाश तेज कर दी। बांदीपोरा के एसएसपी ने घटना की पुष्टि की और बताया कि वारदात को अंजाम देने वाले करीब 3-4 आतंकी थे। हमले में लश्कर के आतंकियों के शामिल होने की सूचना है। एसएसपी शेख जुल्फिकार के अनुसार, जवान उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में तैनात था और अवकाश पर घर आया था।
आतंकियों ने जवान को घर से बाहर निकालने की कोशिश की। परिवार वालों के विरोध के बाद आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। जवान के पिता गुलाम अहमद पारा और भाई जावेद अहमद गंभीर रूप से घायल हैं। जवान की माता भी घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए श्रीनगर रेफर कर दिया गया है।
ये हमला आतंकियों ने ठीक उस वक्त किया जब सेनाअध्यक्ष बिपिन रावत ने धमकी दी थी कि अगर घुसपैठ हुई तो इसका अंजाम ठीक नहीं होगा। जनरल रावत ने कहा कि सीमा पार से आतंकी आते रहेंगे क्योंकि नियंत्रण रेखा से सटे आतंकवादी शिविर अब भी चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम भी आतंकियों का ‘स्वागत’ करते रहेंगे और उन्हें जमीन के ढाई फीट नीचे पहुंचाते रहेंगे।