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बीकानेर। जिला कलक्टर ने पलाना के पास सुजासर गांव की काकड़ में हुई दुर्घटना में घायल एक ही परिवार के दो बच्चों व उसकी मां के एक ही स्ट्रेक्चर पर सोए रहने , पास में मृृतका के पिता, अन्य रिश्तेदारों की घायल स्थिति में कराहने की स्थिति को स्वयं देखकर अस्पताल अधीक्षक डाॅ.पी.के.बेरवाल व अन्य चिकित्सकों के प्रति नाराजगी जाहिर की।
कुमार पाल गौतम ने कहा कि प्राकृतिक आपदा या अन्य किसी मास कैज्यूल्टी व दुर्घटना के आने पर तत्काल पैरा मेडिकल व चिकित्सकों की टीम को भेजा जाए। कैज्यूल्टी के चिकित्सकों के साथ एक विशेष चिकित्सकों का दल बनाया जाए जो तत्काल पहुंचकर घायलों को राहत दे सकें। उन्होंने ट्रोमा सेंटर में सी.सी.टी.वी. कैमरा, लाइट और ए.सी. व पंखों के खराब स्थिति में होने, पलंग पर मैली चादर होने, पर्दें फटे हुए व गंदे होने,  ट्रोलियों की कमी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इसको तत्काल ठीक करवाया जाए। उन्होंने कहा कि पी.बी.एम. अस्पताल की दशा सुधारने का कार्य ट्रोमा सेंटर से करवाया जाएगा। ट्रोमा सेंटर में कार्यरत एटेडेन्टों द्वारा मरीजों के सहयोग नहीं करने, ट्रोली नहीं उपलब्ध करवाने और रोगियों के साथ सही व्यवहार नहीं रखने की कुछ लोगों की शिकायत को भी गंभीरता से लिया। उन्होंने अस्पताल अधीक्षक को निर्देश दिए कि ऐसे अटेण्डेंटों को हटाकर सेवाभावी कार्मिकों को लगाया जाए।
जिला कलक्टर ने ट्रोमा सेंटर के पी.एम.ओ. कक्ष व आपातकालीन वार्ड का भी निरीक्षण किया तथा वार्ड तथा पी.एम.ओ. कक्ष के गंदा होने पर क्षोभ प्रकट करते हुए कहा कि तत्काल अस्पताल के मद से ट्रोमा सेंटर की स्थिति को सुधारा जाए। कार्य में  किसी तरह की प्रशासनिक व वित्तीय दिक्कत होने  पर तत्काल उनसे बातचीत करें जिससे ट्रोमा सेंटर की व्यवस्थाओं को अधिक बेहतर बनाकर लोगों को शीध्र ईलाज की सुविधा प्रदान की जा सकें।

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