नई दिल्ली। सरकार ने कथित रूप से रक्षा मंत्रालय के नाम से जारी उस पत्र को फर्जी करार दिया है जिसमें कहा गया है कि एक जनवरी 2019 के बाद ट्रेनिंग पूरी करने वाले तथा आगामी एक जुलाई तक नायक या समकक्ष रैंक पर प्रोन्नत नहीं किये जाने वाले जवानों को अग्निपथ योजना में लाया जायेगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन पत्र सूचना कार्यालय ने सोमवार को एक ट्वीट कर इस बारे में स्थिति स्पष्ट की है और अपने ट्वीट के साथ इस पत्र को पोस्ट कर कहा है कि यह पूरी तरह गलत तथा फर्जी है। कार्यालय का कहना है कि कथित रूप से रक्षा मंत्रालय के नाम से जारी यह पत्र फर्जी है क्योंकि रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में कोई पत्र जारी नहीं किया है।
Claim: ORs attested after 1 Jan 2019 & those not promoted to a substantive rank of Naik or equivalent on 1 July 2022 are to be kept under #AgnipathScheme #PIBFactCheck
▶️This letter is #Fake
▶️@DefenceMinIndia has not issued this letter pic.twitter.com/79SEUU1hHv
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 20, 2022
गत 17 जून को जारी इस कथित पत्र में लिखा है कि एक जनवरी 2019 के बाद ट्रेनिंग पूरी करने वाले तथा आगामी एक जुलाई तक नायक या उसके समकक्ष रैंक पर प्रोन्नत नहीं किये जाने वाले जवानों को अग्निपथ योजना के तहत ही रखा जायेगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा गत 14 जून को घोषित इस योजना का देशभर में विरोध किया जा रहा है। इसके तहत भर्ती किये जाने वाले अग्निवीरों को केवल चार वर्ष तक सेना में रखा जायेगा।