चूरू,जितेश सोनी । गोयनका बाड़ी में आयोजित भागवत कथा में कथा वाचक रामकृष्ण शास्त्री ने कहा कि कथा सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। यदि भक्तजन निस्वार्थ भावना से कथा का श्रावण करते है। तो उस श्रद्धालु की मनोकामना पूर्ण होती है। कथावाचक शास्त्री ने कहा कि मनुष्य पूरे जीवन में धन एकत्रित करता रहता है। और केवल अपना व अपने परिवार का चिन्ता फिक्र में उस परम पिता परमेश्वर को भूल जाता है। जिसने उसे इस धरती पर अपना जीवन परोपकार में व्यतीत करने के लिए भेजा था। शास्त्री ने कहा कि वास्तव में ग्रहस्थ में रहकर मनुष्य परोपकारी जीवन बिताते हुए प्रभु को भी प्राप्त कर सकता है। कथा के आयोजनकर्ता गायत्री शक्तिपीठ व उदयपुर की नारायण सेवा संस्थान के कार्यकर्ताओं ने सात दिन की कथा में दिव्यांग बच्चों के लिए सहायता राशि एकत्रित पुण्य कमाया। कथा में राजेन्द्र सिंह शेखावत, भंवर सिंह राठौड़, तेजपाल सिंह, मनीषा कंवर, देवकीनन्दन,राजकुमार भालेरीवाला, शंकर शर्मा, महेश कुमार गोयनका, सावित्री,प्रेम कंवर, देवेन्द्र कुमार आदि ने आयोजिकीय भूमिका निभाई। कथा में नारायण सेवा संस्थान के चेयरमेन साधु कैलाश मानव की सद्प्रेरणा से संस्था ने दो लाख नब्बे हजार रूप्ये की लागत से सफल शल्य चिकित्सा का सराहनीय कार्य किया।