उज्जैन। लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा है कि पुरुष पत्नी को छोड़ सकता है, पर मां कभी अपने बच्चों को नहीं छोड़ सकती।
महाजन ने आज यहां अंतरराष्ट्रीय कवि पंडित ओम व्यास ओम की स्मृति में ‘हास्यमेव जयते’ संग्रह के लोकार्पण कार्यक्रम को मुख्य आतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कहा कि वे संस्कारवान कवि थे। जो माता-पिता पर कविता करके उसमें पूरा जीवन समेट गए। उन्होंने कहा कि वे प्रयास करेंगी कि श्री ओम द्वारा लिखी गई मां पर इतनी अच्छी कविता किताबों में हो। मां कविता में ‘मां चूड़ी वाले मजबूत कंधों का हाथ’ इस एक लाइन में बड़ी बात है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रसिद्ध कवि अशोक चक्रधर ने कहा कि ओम व्यास ओम सबके हृदय में स्थापित हैं। ओम जैसा कल्पनाशील, सौंदर्य शास्त्री कवि आज तक नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वो कवि ही नहीं चित्रकार था, चित्रकार ही नहीं मूर्तिकार था, मूर्तिकार ही नहीं कलाकार था।
इस अवसर पर श्री ओम की 93 वर्षीय माता प्रेमलता व्यास का मंत्रोच्चार के बीच शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह भेंटकर आत्मीय अभिनंदन किया गया।