बीकानेर। रेजिडेंट डॉक्टरों के प्रदेशव्यापी आव्हान पर मंगलवार को पीबीएम होस्पीटल में भी रेजिडेंट डॉक्टर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर चले गये। रेजिडेंटों की हड़ताल के पहले दिन ही पीबीएम होस्पीटल में चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतर गई,इससे वार्डो में भर्ती रोगी परेशान हुए, वहीं कई रोगियों के परिजन उन्हे छुट्टी दिलाकर नीजि होस्पीटलों की ओर रूख कर गये।
हड़ताल के चलते मंगलवार को नये रोगियों को भर्ती करने के बजाय उन्हे जांच परामर्श के बजाय घर भेज दिया गया। कार्य बहिष्कार का ऐलान करते हुए पीबीएम रेंजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.विजय पूनिया ने कहा कि पिछले एक माह से रेजीडेंट चिकित्सकों की चार सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध जताया जा रहा था। 15 दिनों पूर्व चिकित्सा मंत्री से वार्ता होने पर उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार रेजीडेंट की मांगों पर सकारात्मक रुख रखते हुए निस्तारण करने का प्रयास कर रही है, इसके लिए 15 दिनों का समय दिया जाए। मगर कोई समाधान नहीं हुआ।
प्रदेशभर की रेजीडेंट यूनियन के साथ सोमवार को वार्ता विफल होने के बाद प्रदेश की सभी मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट यूनियन ने मंगलवार से कार्य बहिष्कार का निर्णय ले लिया। इसके तहत इमरजेंसी सेवाएं भी नहीं दी जाएगी। रेजीडेंट हड़ताल के चलते कॉलेज प्रिंसीपल डॉ.पीके बैरवाल की ओर से सीनीयिर रेजीडेंट एवं फैकल्टी की ड्यूटी लगाई है।