प्रेसवार्ता
सरकार की उदासीनता के विरोध में 28 दिसंबर को बज्जू में देंगे धरना
बीकानेर। कोलायत विधायक भंवर सिंह भाटी ने प्रेस-वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा सरकार में पिछले तीन सालों से हो रहे अन्याय को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार की उदासीनता के विरोध में 28 दिसंबर को राजस्व उप तहसील बज्जू के सामने एक दिवसीय धरना दिया जा कर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया जाएगा। इसके बाद भी सरकार अगर इस ओर ध्यान नहीं देती है तो सरकार के खिलाफ फिर मोर्चा खोला जाएगा। भाटी ने बताया कि पिछले 20 दिन से नहर में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही। ऐसे में किसानों की फसलें तबाही के कगार पर खड़ी है। भाटी ने कहा कि नहरों में 9000 क्यूसेक पानी की एवज में महज 3000 क्यूसेक पानी ही उपलब्ध हो रहा है। इंदिरा गांधी नहर के द्वितीय चरण की अधिकांश नहरों की बारियां पिट गई है। उन्होंने राज्य सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा की स्टेज प्रथम की नहरों में लगातार पानी दिया जा रहा है उसकी सूरतगढ़ ब्रांच में 1875 क्यूसेक तथा पूगल ब्रांच में 719 क्यूसेक तथा अनूपगढ शाखा में 2400 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इंदिरा गांधी नहर परियोजना का नोडल मुख्य अभियंता कार्यालय हनुमानगढ़ में होने तथा स्वयं नहर मंत्री प्रथम चरण से होने के कारण स्टेज प्रथम की नहरों को पानी दिया जा रहा है, जबकि स्टेज द्वितीय के किसानों के सामने सिंचाई पानी का भयंकर संकट है। विधायक भाटी ने कहा की नहर क्षतिग्रस्त होने के बावजूद राज्य सरकार ने समय रहते इसे ठीक करने की कोई कार्यवाही नहीं की। ऐसे में किसानों को सिंचाई का पानी तो दूर पीने का पानी भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा। इस अवसर पर जिला प्रमुख सुशीला सींवर, देहात अध्यक्ष महेंद्र गहलोत तथा यूथ कांग्रेस के बिशनाराम सियाग सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद थे।
समय रहते हुए सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो खोला जाएगा मोर्चा
विधायक भंवर सिंह भाटी ने कहा कि सरकार की उदासीनता के विरोध में 28 दिसंबर को राजस्व उप तहसील बज्जू के सामने एक दिवसीय धरना दिया जा कर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया जाएगा। इसके बाद भी सरकार अगर इस ओर ध्यान नहीं देती है तो सरकार के खिलाफ फिर मोर्चा खोला जाएगा। एक दिवसीय कांग्रेस के इस धरने में कोलायत और जैसलमेर के किसानों सहित कांग्रेस के पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। नहरी पानी के साथ-साथ भाटी ने मूंगफली खरीद का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानो के साथ लगातार छलावा कर रही है, उसने अनाज मंडियों में मूंगफली की सरकारी खरीद करने की घोषणा पिछले दिनों की थी लेकिन आज दिनांक तक मूंगफली की खरीद प्रक्रिया शुरु नहीं हुई ऐसे में किसानों को प्रति क्विंटल 400 से 700 रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसी क्रम में उन्होंने किसानों को दी जाने वाली बिजली का मुद्दा भी उठाया। भाटी ने कहा कांग्रेस काल में बिजली की कीमतों को नहीं बढ़ाया गया लेकिन वर्तमान सरकार बिजली की दरें बढ़ाकर किसानों का शोषण कर रही है। फोटो राजेश छंगाणी