हैलो बीकानेर। श्रीरामसर रोड स्थित धरणीधर रंगमंच पर रविवार सुबह आयोजित कार्यक्रम में हिन्दी-राजस्थानी के रचनाकार नगेन्द्रनारायण किराडू की कृति ‘स्मरण अपने होने का’ का लोकार्पण किया गया।
स्व. डॉ. भगवानदास किराडू को पुष्पांजलि देने के साथ शुरू हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता मालचंद तिवाड़ी ने की वहीं मुख्य अतिथि डॉ. हरिदास हर्ष तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. मदन सैनी थे। अतिथियों का स्वागत करते हुए स्वागत मधु आचार्य ‘आशावादी’ किया।
बीकानेर शहर के नागरिकों, साहित्यकारों एवं परिजनों की उपस्थिति में नगेन्द्र नारायण किराडू की कृति ‘स्मरण अपने होने का’ का लोकार्पण अध्यक्ष मालचंद तिवाड़ी, मुख्य अतिथि डॉ. हरिदास हर्ष तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. मदन सैनी ने किया।
लोकार्पित कृति पर पत्रवाचन करते हुए कवयित्री-कहानीकार मोनिका गौड़ ने कहा कि नगेन्द्र किराडू की रचनाओं में भावनाओं की प्रधानता है। मुक्तक छंद में लिखी गई कविताएं एवं गीत पढऩे में रुचिकर लगते हैं।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कवि-आलोचक मालचंद तिवाड़ी ने नगेन्द्र किराडू के पिता डॉ. भगवानदास किराडू ‘नवीन’ को याद करते हुए कहा कि वे हमेशा प्रसन्न मुद्रा में रहते थे और प्रसन्नता ईश्वर की इबादत का सर्वश्रेष्ठ तरीका है। किताब के शीर्षक की प्रसन्ता करते हुए तिवाड़ी ने कहा कि मनुष्य को खुद को खोजना चाहिए। लोग ‘बनना’ सीख रहे हैं जबकि वे खुद के ‘होने’ का स्वरूप भूल रहे हैं।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि-कहानीकार डॉ. हरिदास हर्ष ने कविताओं की जुगलबंदी किराडू की कविताओं के साथ करते हुए कहा कि शब्द बोलते हैं तो कवि का व्यक्तित्व सहज उभरता है। पुस्तक में सहजता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कथाकार डॉ. मदन सैनी ने कहा कि नगेन्द्र किराडू अपने पिता की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। इनकी किताब में आध्यात्म, प्रकृति, संस्कृति, रिश्तों आदि का समावेश मिलता है। उन्होंने किसान कविता की तारीफ करते हुए कहा कि कविता में बहुत ही सुंदर ढंग से किसानों की दशा-व्यथा को व्यक्त किया गया है। फोटो : राजेश छंगाणी/ अभिषेक स्वामी
लेखक ने माहौल को कर दिया भावुक
हिन्दी-राजस्थानी के रचनाकार नगेन्द्र नारायण किराडू ने कार्यक्रम में ‘किसान’, ‘माँ’ कविता को सुनाया वहीं ‘ले चल हमको सांवरिया’, ‘मैं तेरे दिल में रहूं ना रहूं’ गीत गाकर भी सुनाए। किराडू ने बालिकाओं पर आधारित ‘ओ मुनिया तू खुश रहिजो’ गीत सुनाया तो पूरा माहौल भावुक हो गया।
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम के दौरान मालचंद तिवाड़ी, हरिदास हर्ष, मदन सैनी, मधु आचार्य ‘आशावादी’, आनंद वी. आचार्य, मंजु रांकावत, मोनिका गौड़, पवन कुमार शर्मा तथा प्रशांत बिस्सा का सम्मान किया गया।
इन्होंने किया नगेन्द्र किराडू का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान नट साहित्य एवं संस्कृति संस्थान, एनएसपी कॉलेज प्रशासन, कमल आचाय्र, कृष्णा आचार्य, राजभारती शर्मा आदि ने नगेन्द्र नारायण किराडू का सम्मान किया।
इससे पूर्व कार्यक्रम के शुरू में नगेन्द्र नारायण किराडू की कविता पर कलाकारों द्वारा मंचीय प्रस्तुति रंग निर्देशिका मंजू रांकावत के निर्देशन में दी गई।
कार्यक्रम में बुलाकी शर्मा, शंकरसिंह राजपुरोहित, श्रीलाल जोशी, डॉ. अजय जोशी, सुरेश सोनी, मोहन थानवी, राजेन्द्र जोशी, रमेश भोजक ‘समीर, इन्द्रनारायण किराडू, कन्हैयालाल जोशी, डॉ. मेघना शर्मा, इन्द्रनारायण किराडू, मुरली मनोहर किराडू, पेंटर धर्मा, जगदीशचंद्र शर्मा, गिरिराज पारीक, राजकुमार व्यास, हैलो बीकानेर के रामसहाय हर्ष, विजय व्यास, संजय आचार्य, सुनील गज्जाणी सहित बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन कवि-पत्रकार हरीश बी. शर्मा ने किया वहीं आभार इरशाद अजीज ने जताया।