बीकानेर hellobikaner.in नहरबंदी के दौरान जनता ने पानी की टंकियों पर प्रदर्शन किया, गुस्से में लोग टंकियों पर चढ़ गए, विभाग कार्यालय पर कार्मिकों व अधिकारियों के साथ बदसूलकी जैसी खबरें सामने आई। उस समय विभाग के अधिकारीयों ने पुलिस में इस मामले की शिकायत की थी तो 10 /12 दिनों के लिए लगभग 9 से 10 पानी की टंकियों पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया था। लेकिन जैसे ही नहर बंदी समाप्त हो गई ये पुलिस जाब्ता वहां से हटा लिया गया।
आज फिर बीकानेर शहर की नत्थूसर गेट के बाहर टंकी के ऑफिस में लोगों ने प्रदर्शन कर वह ताला लगा दिया था। वही दूसरी और लाइन पुलिस के पास स्थित पानी की टंकी पर भी लोगों ने प्रदर्शन किया, महिलाओं ने मटकिया फोड़ी और काफी लोग टंकी पर चढ़ गए।
इन सभी मुद्दों को लेकर आज जलदाय विभाग के अधिकारियों ने सीओ सिटी दीपचंद को एक परिवाद पेश किया है। नयाशहर थाने में अधीक्षण अभियंता बलवीर सिंह के अगुवाई में मिले शिष्टमंडल ने अवगत कराया कि आएं दिन आक्रोशित लोग जलदाय विभाग के कार्मिकों व अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की व बदसलूकी करने से बाज नहीं आ रहे है।
आज भी नत्थूसर गेट टंकी पर कार्यालय के ताला लगाने व मौजूद कार्मिक के साथ धक्का मुक्की की गई। जिससे कार्मिकों में दहशत का माहौल है। पानी की किल्लत के कारण लोग टंकी पर भी चढ़ रहे है। ऐसे में किसी प्रकार की अनहोनी हो सकती है। उसे भी ध्यान रखते हुए शहर की टंकियों पर पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाने की बात भी कही। जिस पर सीओ सिटी ने नयाशहर, कोटगेट, कोतवाली, गंगाशहर व बीछवाल के दस जलदाय टंकियों पर राऊण्ड द क्लाक पुलिसकर्मियों को तैनात करने के आदेश संबंधित थानाधिकारियों को दिए है।
शिष्टमंडल में अधीक्षण अभियंता बलवीर सिंह, अधिशाषी अभियंता नफीस खान, राजीव दत्ता, विजय वर्मा , सहायक अभियंता सुनील पुरोहित, शैलेंद्र मीना, संतोष राठौड़, योगिता रंगा, रवि चौधरी कनिष्ठ अभियंता अशमिका दुआ, सावित्री सारण, ललित सोनी, शत्रुघ्न व्यास एवं कर्मचारी नेता जयगोपाल जोशी आदि उपस्थित थे।
नहर में पानी आ जाने के बावजूद पानी की सप्लाई कम क्यों ?
हैलो बीकानेर के इस सवाल पर जलदाय अधिकारी संतोष राठौड़ ने बताया की अभी नहर में पानी बहुत गन्दा आ रहा है जिससे उसको 3-4 बार फ़िल्टर करना पड़ता है। जिससे साफ़ पानी कम मात्रा में तैयार हो पा रहा है। इस कारण पानी कम सप्लाई हो रही है, राठौड़ ने बताया की जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जायेगा तो जलापूर्ति सुचारू हो जाएगी। इसके लिये आमजन को धैर्य रखने की जरुरत हैं।