हैलो बीकानेर (खबर सर्किल ) www.hellobikaner.in, राजेश ओझा। बीकानेर नगर स्थापना मना रहें शहरवासी को ये तो पता है की हमारे नगर की स्थापना कब हुई… कैसे हुई… कहाँ से हुई… और किसने की। लेकिन कुछ ऐसी समस्याएँ और उनके समाधान आपके सामने है पर आप उसे नज़र अंदाज कर रहे होते है। बीकानेर नगर स्थापना दिवस के मौके पर मैं आपका ध्यान कुछ ऐसी बातों की ओर ले जा रहा हूँ जिस पर बात करना मुझे लगता है जरुरी है। मेरे कॉलम ख़बर सर्किल में आपका स्वागत है…
हम सब मिलकर बीकानेर का 537वें स्थापना दिवस मना रहे है। इतने सालों में बीकानेर काफी बदल गया चाहे वो किसी भी क्षेत्र में क्यू न हों। आज भी हम अपनी पहचान बनाये हुए है । अच्छी बात है लेकिन मैं जब कुछ अलग सोचता हूँ तो मेरे सामने आती है कुछ समस्याएं जिसका निवारण हमारे खुद के हाथों में होता है लेकिन हम वो निवारण करते नहीं।
समस्या नंबर एक …
शहर की बनावट बिगडती जा रही है शहर के अंदरूनी क्षेत्र में राह चलना धीरे धीरे मुश्किल हो रहा है मै बात करूँ कुछ गलियां ऐसी है जहाँ से आप अपनी बाइक लेकर नहीं निकल सकते आपको पैदल ही जाना पड़ता है। जिसका कारण गलियों में बने मकानों के आगे बनी चौकियां या सीडियां, हम अपने आराम के लिए जिन चौकियां या सीडियों का निर्माण करवाते है उससे न जाने कितनों को परेशानी हो रही होगी इसका आपको अंदाजा तक नहीं। अगर गली में कोई अनहोनी हो जाए तो प्रशासनिक सुविधा आप तक नहीं पहुँच सकती जिसका कारण वो चौकियां या सीडियां बनती है।
समस्या नंबर दो …
हर जगह बाइक स्कूटी खड़ी कर देना, राह चलते बाइक रोक किसी अपने से बात करने के लिए खडें हो जाना, मोबाइल पर बात करते करते बाइक चलाना ये छोटी छोटी बुरी आदते किसी और के लिए समस्या पैदा करती है और अगर किसी महासय को इसके लिए टोका जाए तो फिर बात लड़ाई तक पहुच जाती है। हमारे टैक्सी वाले भाई भी सवारी लेने या उतारने के लिए जहाँ चाहे वहां अपनी टैक्सी खड़ी कर देते है। जिससे काफी लोगों को परेशानी होती है। इस बुरी आदत को हमें सुधारना होगा।
समस्या नंबर तीन …
आपकी गली में या चौक में स्थित गोलगप्पो का ठेला या फिर फास्टफूड की दुकान में आपके ही बच्चे अक्सर जाते है लेकिन शायद किसी ने आज तक उस दुकान वाले से यह नहीं पूछा होगा की आपके पास फ़ूड लाइसेंस है या नहीं। या आप कौनसी कम्पनी का सामान काम में लेते है हो सकता है अधिक मार्जिन कमाने के चक्कर में वो आपके स्वास्थ्य के खिलवाड़ कर रहा हों। ये हमारी जिम्मेदारी भी बनती है की ऐसे दुकानदारों से फ़ूड लाइसेंस के बारे में पूछे अगर उसके पास फ़ूड लाइसेंस नहीं है तो हमें इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी चाहिए।
समस्या नंबर चार …
ये बड़े दुर्भाग्य की बात है की अभी तक कुछ लोगों को अपने वार्ड का नंबर या वार्ड पार्षद का नाम तक नहीं पता और आने वाले महीनों में फिर से पार्षद चुनाव होने है। कई बार मेरे पास फ़ोन आता है की भाईसाब मेरे वार्ड का नंबर और मेरे पार्षद का नाम क्या है। आज भी कई वार्डो की हालत ख़राब है। आपके वार्ड की टूटी नाली या टूटी सड़क हादसों को खुला निमंत्रण है। आपके वार्ड में सीवरेज है या नहीं लोगों को इससे कोई मतलब नहीं, ऐसा नहीं होना चाहिए। अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर प्रत्येक वार्ड में एक मासिक बैठक हो जिसमें पार्षद की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए। अपने वार्ड को लेकर आपको सजग रहना चाहिए।
समस्या नंबर पांच …
आप में से कुछ लोग ही होंगे जो ट्राफिक रूल्स को फोलो करते है। आपके पास अपना ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है । अभी भी कई लोग बाइक, स्कूटी या कार का इस्तेमाल करते है लेकिन उन्होंने अपना खुद का ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनवाया या फिर ड्राइविंग लाइसेंस को एक्सपायर हुए काफी टाइम हो गया लेकिन उसे रिन्यू नहीं करवाया। बिना हेलमेट के बाइक चालक हाईवे पर भी देखे जा सकते है जो सही नहीं है। इसमें युवाओं की संख्या ज्यादा है।
समस्या नंबर छह …
शहर में जुआरियों और सटोरियों की संख्या बढती जा रही है युवा पीढ़ी इससे ज्यादा प्रभावित है। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए युवा जुआ और सट्टे का सहारा लेता है फिर यह लत उनके जीवन जीने का सहारा बन जाती है। जिस उम्र में पढाई लिखाई करनी चाहिए उस उम्र में जुआ या सट्टा खेलते नज़र आते है। महंगे मोबाइल, महंगे कपडे और महंगी बाइक युवाओं की पहली पसंद बनती जा रही और इसके लिए चाहिए लाखों रूपये जो एक मध्यम या गरीब परिवार के बस के बाहर की बात होती है। जुआ और सट्टे का व्यापार हर गली मौहल्ले में खुल चूका है। इसको जल्द नहीं रोका गया तो ये आने वाली कई नश्लों को ख़राब कर देगा।
समस्या नंबर सात …
शहर की कुछ युवापीढ़ी आज नशे के गिरफ्त है। ये नशा आराम से इनको उपलब्ध हो कैसे रहा है ये बड़ा विषय है इसको रोकने के लिए आपको प्रसाशन की सहायता करनी चाहिए। हो सकता है आपके परिवार में आज कोई नशा नहीं करता है इसलिए आप इसके विरुद्ध नहीं है लेकिन भविष्य में अगर कोई करने लगा तब आप क्या करेंगे। अगर आपको पता है की शहर में नशा कहाँ और कब मिलाता है तो इसकी सुचना आपको प्रसाशन को देनी चाहिए और इस शहर को नशे से मुक्त करवाना चाहिए।
हम हर समस्या का दोष जनप्रतिनिधियों पर या प्रसाशन पर दाल देते है लेकिन कुछ गंभीर समस्याएँ ऐसी भी होती है जिनका समाधान हमारे स्वयं के पास होता है लेकिन हम उस पर गौर नहीं करते। समस्याएं तो और भी है लेकिन नगर स्थापना दिवस पर इन प्रमुख समस्याओं पर प्रकाश डालना जरुरी था।
बीकानेर के 537वें स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं : राजेश ओझा, संपादक, हैलो बीकानेर