पत्रकार राजेश के ओझा की कलम से …
बीकानेर। आपको पता है हमारी एक छोटी सी लापरवाही से किसी की जान भी जा सकती है। जी हां, आजकल हम इतने लापरवाह हो गये है कि अपनी सुविधा के चलते कभी-कभी एसी लापरवाही कर बैठते है जो किसी के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
बीकानेर नगर स्थापना दिवस पर शहर के लोग पतंगें उड़ाते है लेकिन पतंगें उड़ाने के बाद उसके मांझे को वापस समेटते नहीं। यह लापरवाही बड़ी खतरनाक होती है की इससे किसी की जान भी जा सकती है।
पतंग कटने या लूटने के पश्चात कुछ लोग उसकी डोर या मांझे को समेटते तक नहीं जिससे वो मांझा गली, सड़क और चौक में बिजली के तारों के सहारे लटकता हुआ नीचे आ आता रहता है।
सड़क पर चलने वाले वाहनों को इससे काफ तकलीफ होती है। कई बार तो यह समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि इससे लोगों को बड़ा नुकसान हो जाता है।
कई बार मोटरसाइकिल चलाने वालों के इस लटकते हुए मांझे से आंख, होठ, सिर, कान व गले तक कट जाते है। यह लापरवाही उनके लिए जानलेवा तक साबित हो सकती है। इन दिनों सड़कों पर यह हादसे होते आपको नजर आ ही जायेंगे।
बीकानेर नगर स्थापना दिवस के दिन सभी खुशी से पतंगबाजी कर इस त्यौहार का आनंद लेते हुए नजर आते है लेकिन इस लापरवाही के चलते कुछ लोगों की यह खुशी गम में बदल जाती है।
हैलो बीकानेर मिडिया परिवार आप सब से यह निवेदन करता है कि आप पंतगबाजी करते व लूटते वक्त पंतग के मांझे को समेटकर रखें। जिससे इस दिन जाने-अनजाने से आपकी यह लापरवाही किसी के लिए खतरनाक साबित न हो।
शहर वासियों को नगर स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई।