बीकानेर। बीकानेर की विश्व विख्यात ’उस्ता कला’पर बीकानेर की शोध छात्रा सुश्री तरूणा राजपुरोहित को पीएचडी की उपाधि से अलंकृत किया गया है। ’बीकानेर की रियासतकालीन उस्ता कला में मोहम्मद हनीफ उस्ता का योगदान’विषय पर सुश्री राजपुरोहित ने वनवस्थली विद्यापीठ कीे कला की विभागाध्यक्ष श्रीमती किरण सरणा के निर्देशन मेें शोध प्रबंध प्रस्तुत किया गया था। इसमंे उन्हांेने कला उस्ता की बारीकियों का सचित्र प्रस्तीकरण किया । देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षक के कारण यह शोध विश्व पटल पर महत्वपूर्ण है। उस्ता कलाकार मोहम्मद हनीफ उस्ता ने इस कला पर और अनुसंधान की आवश्यकता जताई है।