हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, बीकानेर। शनिवार की शाम के बाद इंद्र देवता मरुनगरी बीकानेर पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहे। शनिवार को पूरी रात रुक रुककर शहर में बारिश होती रही। बारिश का होना तो सबको अच्छा लगता है लेकिन बीकानेर जैसे शहर में थोड़ी सी बारिश के बाद ही होने वाली बदइंतजामी शायद ही कोई पसंद करेगा।
बीकानेर के जिला प्रशासन और नगर निगम को एक बार उन शहरों की व्यवस्थाओं का जायजा जरूर लेना चाहिए जिन शहरों में कई दिनों तक लगातार बरसात होती है। इस शहर में दो घंटे की बरसात के बाद दो दो दिनों तक गलियों और सड़कों पर पानी जमा रहता है।
चौखूंटी पुलिया उतरकर फड़ बाजार की तरफ जाने वाली सड़क बारिश के बाद दो दिनों तक बारिश होने की गवाही देती रहती है। सड़को और गलियों को तो छोड़िये, जो नगर निगम आम जनता के लिए भारी बरसात से बचाव के इंतजाम करता है, खुद उसका मुख्य द्वार भी थोड़ी सी बरसात के बाद पानी से भरा-भरा नजर आता है।
शनिवार रात की बरसात के बाद रविवार शाम तक नगर निगम बीकानेर के दोनों द्वार पानी से लबालब दिखाई दिए। आला अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेने की आवश्यकता है कि एक दिन की बारिश में पानी निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। यदि मॉनसून बीकानेर पर कुछ ज्यादा मेहरबान हो गया तो हालात क्या होंगे।