हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क,www.hellobikaner.com, बीकानेर। राजस्थान सरकार ने सरकारी कर्मचारियों और सेवानिवृत कार्मिकों को उपचार के लिए चलाई गई योजना आरजीएसएस (RGHS) बीकानेर में फिलहाल बंद नजर आ रही है।
प्राईवेट मेडिकल संचालकों ने इस योजना से सरकारी कर्मचारियों और सेवानिवृत कार्मिकों को दवाई देना बंद कर दी है। कुछ गिने चुने मेडिकल संचालक अभी भी इवाई दे रहे है। लेकिन अधिकतर मेडिकल संचालकों ने दवाई देना बंद कर दिया है।
हैलो बीकानेर को कुछ मेडिकल संचालकों ने बताया कि पिछले कुछ माह से भुगतान नहीं हुआ है। इसलिए मेडिकल संचालकों ने इस योजना से सरकारी कर्मचारियों और सेवानिवृत कार्मिकों को दवाई देना बंद कर दिया है।
सरकारी कर्मचारियों व पेंशनर्स को पैसा खर्च करके दवाई लानी पड़ रही है। ज्यादतर पेंशनर्स जो 65 से 85 वर्ष की उम्र के है उनकी प्रति माह के हिसाब से दवाईयां चलती है। जिसमें बीपी और सुगर जैसी बीमारियां शामिल है ये दवाईयां प्रतिदिन इनको लेनी पड़ती है। पेंशनर्स को ये दवाईयां पैसा खर्च कर लेनी पड़ रही है।
योजना से ये होता है लाभ
आरजीएचएस (RGHS) योजना के तहत कैशलेस सुविधा है मतलब चिंहित अस्पताल में किए गए उपचार के संबंध में सीधे अस्पताल को लागत का भुगतान करने की सुविधा का लाभ है। इस योजना में सरकार और पैनल में शामिल डायग्योस्टिक सेंटर में जांच की सुविध है। साथ ही विभिन्न चयनित मेडिकल स्टोर से दवाइयां नि:शुल्क प्राप्त कर सकते है। आरजीएचएस में किी गंभीर बीमारी में किसी भी अस्पताल के द्वारा रेफर करने का अस्पताल की आईडी में इलाज करवा सकते है, लेकिन अभी यह नहीं हो पा रहा।
पेंशनर्स ने हैलो बीकानेर को बताया
कुछ पेंशनर्स ने हैलो बीकानेर को बताया कि राज्य सरकार की आरजीएचएस (RGHS) योजना में शहर में कई मेडिकल स्टोर चिन्हित है लेकिन अधिकांश दुकानदार दवाई नहीं दे रहे है। इसके लिए पेंशनर्स को मासिक दवाइयों के लिए पेरशान होना पड़ रहा है।