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हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in                             बीकानेर। हास्यकवि बाबूलाल छंगाणी के पिता पीरदान छंगाणी का निधन मंगवार को हो गया। पिछले दिनों गजनेर में नवोदय विद्यालय के पास तेज गति से आ रहे वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी थी, जिसके बाद उनका पीबीएम में इलाज चल रहा था, लेकिन चिकित्सकों के अथक प्रयासों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका।

मंगलवार शाम को उनका गजनेर में अंतिम संस्कार हुआ। मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र बाबूलाल छंगाणी ने दी। इस मौके पर आसपास के गांवों से भी मौजिज लोग पहुंचे। पीरदान जी सहृदयी भाव के व्यक्ति थे। एक पंडित के रूप में उनकी ख्याति फैली हुई थी। 74 वर्ष की उम्र में भी वे आसपास के गांवों में पूजा अनुष्ठान करवाने जाया करते थे। उनके अंतिम संस्कार में जुटे सभी समुदाय के लोग उनके संत प्रकृति के व्यवहार की सराहना करते मिले। पीरदान जी अपने पीछे दो बेटे और दो बेटियों का भरा-पूरा परिवार छोड़कर गए हैं। नियमित बैठक गजनेर स्थित निवास पर रखी गई है।

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