हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, बीकानेर, hellobikaner.com बीकानेर। आज 9 अप्रेल को बीकानेर के एमएम ग्राउंड में आयोजित हुए पुष्करणा ब्राह्मण के महाकुंभ में कांग्रेस और भाजपा के नेता एक साथ नजर आए। इस मंच के माध्यम से वक्ताओं ने समाज को लेकर कई अहम हिस्सों पर अपने विचार रखें। लगभग 30 साल बाद हुए इस सम्मलेन में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे।
महाकुम्भ की शुरुवात पंडित जुगल किशोर ओझा उर्फ़ पुजारी बाबा के सानिध्य में 31 पंडितों के एक साथ मंत्रोच्चार के साथ हुई। इस महाकुम्भ में पुष्करणा समाज की 121 विभूतियों को सम्मानित किया गया। आयोजनकर्ताओं ने एम एम ग्राउंड में समाज के लोगों के बैठने के लिए हजारों कुर्सियां लगाई थी महिलाओं के बैठने के लिए अलग व्यवस्था भी की गई थी।
पुष्करणा महाकुंभ में संबोधित करते हुए राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने कहा कि जब समाज के लोगों द्वारा ओबीसी में शामिल करने की मांग रखी गई है तो मैं समाज के साथ हूं वैसे मैं ईडब्ल्यूएस का कोटा बढ़ाने के पक्ष में हूं।
कल्ला ने कहा पुष्करणा समाज में विवाह के दौरान होने वाली रस्म मिलनी में एक रूपये से ज्यादा कोई मिलनी नहीं लेगा इसका समाज को निर्णय लेना चाहिए। विवाह के दौरान ससुराल और नानिससुराल में दी जाने वाली मिठाई को भी कम करना चाहिए। हम सब को भारत सरकार से ईडब्लूएस को 14 प्रतिशत करवाने के लिए समाज के सभी नेताओं द्वारा अपील करनी चाहिए।
विप्र फाउंडेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मधु आचार्य ने कहा कि पुष्करणा समाज राजस्थान की 14 विधानसभा सीटों पर अपना प्रभाव रखता है तो फिर समाज के दो ही विधायक क्यूं है। बीकानेर पश्चिम और जोधपुर से एक सीट पर ही पुष्करणा समाज का विधायक है। पुष्करणा समाज को हमें कमजोर नहीं होने देना है।
इस मंच के माध्यम से महिलाओं के महादेव मंदिर में प्रवेश दिलाने को लेकर बात उठी। मंच से कहा गया की इस विचार होना चाहिए। बीकानेर में पुष्करणा समाज के खेल मैदान पुष्करणा स्टेडियम में और काम करवाने को लेकर भी चर्चा हुई। समाज को एकजूट होकर रहने की बात सहित कई वक्ताओं ने ग्रामीण चुनावों में भी आरक्षण की बात कही।
इस पुष्करणा महाकुंभ में पूरे भारत से लोग हिस्सा लेने पहुंचे। इस महाकुम्भ में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बैंगलोर, भदोही, अमरावती, नागपुर सहित कई बड़े शहरों से समाज के लोग इस महाकुम्भ में पधारे। राजस्थान के चितौड़गढ़, जैसलमेर, बाप, फलोदी, जोधपुर, अलवर, जयपुर सहित बीकानेर के आस-पास के गांवों से भी बीकानेर में आयोजित हुए इस पुष्करणा महाकुंभ में समाज के हजारों संख्या में लोग पहुंचे।