पूनरासर हनुमानजी मन्दिर के 300वें स्थापना वर्ष
पूनरासर गांव में स्थित पूनरासर हनुमानजी मन्दिर के 300वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में 20 जनू से धार्मिक आयोजन शुरू होंगे। मन्दिर श्री पूनरासर हनुमानजी पुजारी ट्रस्ट के मंत्री महावीर प्रसाद बोथरा ने बताया कि इस मन्दिर के स्थापना के तीन सौ साल पर नौ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा। इसमें 20 जून को रामकथा ज्ञान यज्ञ की शुरूआत पर कलश यात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा दोपहर सवा बारह बजे निज मन्दिर से बैण्ड बाजों, रथ के साथ रवाना होगी जो गांव के मुख्य मार्गोँ से होते हुए ढ़ाई बजे कथा स्थल पहुंचेगी। तत्पश्चात मुरलीधर महाराज रामकथा का वाचन प्रारम्भ करेंगे।
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श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की प्राचीन भैरवनाथ बगीची में रविवार को साधक नारयणदास ने 41 दिवसीय तपस्या एवं अखण्ड दीपक शुरू किया है। तपस्या से पूर्व बाबा डूंगरनाथ ने दीप प्रज्ज्वलित किया। बाबा डूंगरनाथ ने बताया कि यह बगेची इस कस्बे की बसावट से पूर्व ही स्थापित हुई थी। यहां भैरवनाथ की मूर्ति स्थापना के बाद होने वाली 41 दिवसीय तपस्या अनुष्ठान साधक के अभाव में नही हो सकी। साधक नारयणदास ने अब यह तपस्या शुरू की है। इस दौरान विशेष साधना की जाएगी और अन्न त्याग रहेगा। इस अवसर पर सीताराम प्रजापत, देवकीनन्दन शर्मा, रेवंतमल छंगाणी, मनोज दरक आदि मौजूद थे।
इसी तरह यहां 22 जून से गोशाला प्रांगण में 108 कुण्डीय महायज्ञ यज्ञाचार्य पं. नथमल पुरोहित के सान्निध्य में रोजाना सुबह 7 बजे से होगा। इसी श्रृंखला में पूनरासर हनुमान मन्दिर का भव्य श्रृंगार के साथ ही प्रतिदिन भजन संध्या, छप्पन भोग, महाप्रसाद आदि कार्यक्रम होंगे। इस दौरान 21 जनू का मुम्बई की नम्रता कर्वा, 24 को कोलकाता के मुन्ना व्यास एवं 27 को जोधपुर के गजेन्द्र राव अपने भजनों की प्रस्तुतियां देंगे। 25 जून को श्रीधर प्रकाश ब्रह्मचारी महाराज के प्रवचन भी होंगे।
इस आयोजन को लेकर पुजारीगण तैयारियों में जुटे हुए हैं। प्रवास व्यवस्था की जिम्मेवारी छतरसिंह बोथरा एवं अमृतसिंह बोथरा के अलावा सात पुजारियों की टीम को सौंपी गई है। इसमें ढ़ाई सौ कार्यकर्ता अलग अलग जिम्मेवारियों में लगे हुए है। इन नौ दिनों के आयोजन में मन्दिर की ओर से चिकित्सा, भण्डारा व प्रसाद की व्यवस्था की गई है। यह आयोजन 28 जून तक होंगे।