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सादुलपुर (मदनमोहन आचार्य) निजी स्कूलों के संगठन स्कूल शिक्षा परिवार के बैनर तले आज राजस्थान के निजी स्कूल संचालक हजारों की संख्या में जयपुर पहुंचे। हवेली गार्डन में राजस्थान भर के स्कूल संचालकों का महा आंदोलन सुबह 11 बजे सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा के नेतृत्व में आरंभ हुआ। स्कूल शिक्षा परिवार के प्रदेशाध्यक्ष सहित सभी जिलों के जिला पदाधिकारी एवं हजारों की संख्या में निजी स्कूल संचालक अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए।

 

सरकार के द्वारा वार्ता के लिए कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को वार्ता के लिए भेजा गया। लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। इसी दौरान स्कूल शिक्षा परिवार के प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने सरकार को 1 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए सड़क पर उतरने की चेतावनी दे डाली। सरकार के द्वारा मंत्री स्तर की एक समिति एवं शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को इस मीटिंग मे बुलाकर स्कूल शिक्षा परिवार को वार्ता के लिए बुलाया गया। इसके स्कूल शिक्षा परिवार के छ: सदस्य प्रतिनिधि मंडल वार्ता के लिए पहुंचा।

सरकार द्वारा मौके पर ही तीन मांगों को पूर्णत: स्वीकार कर लिया गया। जिसमें 10 सितंबर तक आरटीई का भुगतान करवाने, 5 सितंबर तक पहली कक्षा से विद्यालय खोलने तथा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जा रही पेनल्टी को नहीं लेने के फैसले पर सहमती बनने की जानकारी सामने आई । अन्य मांगों पर सरकार की ओर से जल्द फैसला कर निजी स्कूलों के पक्ष में फैसला सुनाने का आश्वासन दिया गया।

पूरे राजस्थान भर के हजारों की संख्या में आए निजी स्कूल संचालक आज अपने पूरे रंग में दिखाई दिए। उन्होंने सरकार को स्पष्ट कर दिया कि जब तक शिक्षा की कोई स्पष्ट नीति सरकार द्वारा नहीं बनाई जाएगी। वह संघर्ष करते रहेंगे। इसके अलावा सरकारी विद्यालयो एवं निजी विद्यालयों का पोर्टल समानता के साथ खोलने, निजी विद्यालयो के विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्तियां देने, मान्यता फाइलों का जल्द निपटारा करने, विद्यार्थियों का बीमा करवाने इत्यादि विषयों पर भी सहमति बनी। चूरु जिले से स्कूल शिक्षा परिवार के जिलाध्यक्ष सुशील पूनिया के नेतृत्व में सभी तहसीलों से 1,000 से अधिक स्कूल संचालक इस आंदोलन में सम्मिलित हुए।

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