बीकानेर। आचार्य श्री सांगिदास यशोदा मैया शिक्षा एवं शोध सोसाइटी द्वारा प्रो.अशोक आचार्य की द्वितीय पुण्यतिथि पर दिनांक 27.7.19 को विभिन्न संस्थाओं द्वारा वृक्षारोपण, संगोष्ठी, आदि कार्यकर्मो का आयोजन रखा गया ।
अविकल्प संस्थान एवम महिला शसक्तीकरण मंच द्वारा प्रो.अशोक आचार्य के चित्र पर पुष्पांजलि देकर एक गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसका विषय “महिला शसक्तीकरण और प्रो.अशोक आचार्य के विचार” था।
महिला शसक्तीकरण मंच की अरुणा तंवर ने कहा कि प्रो अशोक आचार्य सदैव महिला शक्ति को उनके अधिकार दिलवाने के लिए एवम उनको समाज एवम मुख्यधारा का हिस्सा बनाने के लिए तत्पर रहते थे।
इसी क्रम में पूर्व पार्षद कुसुम आचार्य बोलते हुए कहा कि प्रो आचार्य सदैव मातृ शक्ति के लिए कहते थे कि एक महिला का शिक्षित होना कई परिवारों को रोशनी देता है व एक शिक्षित महिला समाज मे भी नव जाग्रति लाने का कार्य करती है जिससे समाज मे फैली कुरीतियो को दूर किया जा सकता है। और कुरीतियो के दूर होने से व्यक्ति अपने सही विकास की ओर ध्यान देता है।
इसी क्रम में श्रीमति तारा कंसारा ने बोलते हुए कहा कि प्रो अशोक आचार्य सदैव कहते थे कि असली देशभक्ति मातृ शक्ति को मजबूत करने में है जब महिलाये आत्म निर्भर होगी तो ये देश भी आत्मनिर्भर होगा और मातृ शक्ति का भी ये दायित्व है उन्हें जात पात से ऊपर उठकर अपने परिवार जनों को मानवता ही प्राथमिकता का संदेश देकर आपसी भाईचारा के लिए कार्य करना चाहिए ।
इसी क्रम बोलते हुवे एडवोकेट सुधा आचार्य ने कहा कि प्रो.अशोक आचार्य ने “बहु बेटी एक समान तभी होगा वसुधा का कल्याण “जैसी विचारधारा को प्रचारित किया उनकी आमजन के प्रति सकारत्मक सोच सदैव प्रेरणा की तरह जीवन को मार्गदर्शन देता रहेगा।
इस कार्यक्रम में श्रीमति जया ,श्रीमति रंजीता सारड़ा, श्रीमति पूजा,श्रीमति संतोष व्यास, संतोष चौधरी, श्रीमति संजू , श्रीमति संगीता भोजक, सोनू राठी, श्रीमति मोनिका व्यास,रामेश्वरी चौधरी,श्रीमति ऋतु पुरोहित,शाहिना बागवान, प्रेमलता व्यास,सुलोचना शर्मा,श्रीमति शांति,
आदि जागरूक महिलाओ ने अपने अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमति विनीता आचार्य ने किया और अपने जीवन मे प्रो.अशोक आचार्य के सिद्धांतों को अपनाने की शपथ दिलाई।
संस्था के विशाल आनंद मारू ने कहा की प्रो. आचार्य का ओर पेड़ो का व्यवहार एक समान ही था जैसे पेड़ तपती धूप में यात्रियों को राहत देता है वैसे ही प्रो.आचार्य सदैव आमजन की परेशानियों को दूर करने के लिए तैयार रहते थे।
क्लब के विनित सारस्वत ने कहा कि प्रो अशोक आचार्य एक संघर्ष के पर्याय थे जो जनआंदोलन को सही दिशा में ले जाकर सफल कराने हेतु प्रयासरत रहते थे । वे सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी थे व हम आगे भी इस महान व्यक्तित्व के स्मरण में जनपुयोगी कार्य करते रहेंगे ।
कार्यक्रम में ललित माली, नवनीत आचार्य, गोविन्द पुरोहित, मोनू मारू, मनीष आचार्य, नथमल मारू, गोपाल व्यास, नंदकिशोर, सुनील आचार्य,विक्रम हर्ष, योगेंद्र आचार्य, दीपक व्यास, नितिन चड्ढा, मनीष पुरोहित, रमसा किराडू,हरि पुरोहित, आशीष रंगा, मोहित आचार्य, अंकित पुरोहित आदि युवाओं ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।