शिमला। देशी गायों के गोबर, गोमूत्र तथा दूध से बनने वाले विभिन्न उत्पाद बिलासपुर जिले के औद्योगिक क्षेत्र में तैयार किए जाएंगे। इसके लिए 10 उद्योग स्थापित किए जाएंगे। जिला उद्योग केंद्र बिलासपुर के महाप्रबंधक ज्ञान सिंह चौहान ने बताया कि उन उद्योगों में गोमूत्र अर्क, दवाइयां, गोनाइल, धूप, अगरबती, हवन सामग्री, काॅयल, गमले, उपले, साबुन, लकड़ी, आर्गेनिक पेस्टीसाइड, मूर्तियां, दहीं, प्रिंटिंग व पैकेजिंग इत्यादि प्रमुख उत्पाद होंगे। इनमें से कुछ उद्योग प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत स्वीकृत किये जायेंगे, जिसमें 25 से 35 प्रतिशत तक का अनुदान रहेगा।
महाप्रबंधक ने आगे कहा कि यह कार्य फरवरी 2018 में ही सम्पन्न होगा। कामधेनु संस्था बिलासपुर, पंतजलि ट्रस्ट हरिद्वार तथा प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर इन उत्पादों को बेचा जाएगा तथा उद्योग विभाग भी इस कार्य में सक्रिय रूप से सहयोग करेगा। महाप्रबंधक के मुताबिक गोबर, गोमूत्र और दूध पर आधारित इन उद्योगों की लागत दो लाख रुपये से लेकर 25 लाख रूपये तक होगी।
इस प्रकार सभी प्रोजेक्ट की संयुक्त लागत लगभग एक करोड़ रुपये होगी, जिसमें लगभग 100 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि आगामी नलवाड़ी मेेले के दौरान उद्योग विभाग के स्टाल में इस बारे प्रदर्शनी लगाई जाएगी ताकि आम लोगों के बीच इस प्रौजेक्ट का प्रचार-प्रसार हो सके। उन्होंने कहा कि औधोगिक क्षेत्र बिलासपुर में बंद पड़े उद्योगों तथा नाममात्र की औद्योगिक गतिविधि चलाने वाले उद्यमियों के लिए यह संजीवनी का काम करेगी।