उद्घोषक वाणी का तपस्वी साधक होता है – यशपाल सिंह राठौड़
हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, बीकानेर। आकाशवाणी केन्द्र बीकानेर के आकस्मिक उद्घोषकों एवं कम्पीयर्स द्वारा पूर्व वरिष्ठ उद्घोषक यशपाल सिंह राठौड़ के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए केन्द्र के कार्यक्रम प्रमुख अमित सिंह ने कहा कि राठौड़ अपने ज़माने के ऐसे उद्घोषक रहे है जिन्हें आकाशवाणी के श्रोता एक झलक पाने के लिए कई घंटों इनका इन्तजार किया करते थे। सिंह ने बताया कि राठौड़ सरल, सहज और काम के प्रति निष्ठा रखने वाले व्यक्ति है इनका जीवन स्वयं में प्रेरणदायी है।
आकाशवाणी के पूर्व उद्घोषक यशपाल सिंह राठौड़ ने अपने उद्बोधन में कहा कि आप सबने मेरे सम्मान में ये कार्यक्रम आयोजित करके मेरे कद को और बढ़ा दिया है। मैं तो आप लोागों से अभी भी सीख रहा हूं। नये कलाकारों को जानकारी देते हुए आपने कहा कि जब भी आप उद्घोषणा करें तो उच्चारण का ध्यान रखें क्योंकि रेडियो एक ही बार बोलता है जो श्रोताओं को अच्छे से सुनाई देना चाहिए। हमेशा सभी के साथ सदव्यवहार, सरल सहभाव से रहे और कभी कुछ भी ऐसा ना करें कि किसी को दुख हो। जब भी माइक पर बोलो तो अपने इष्ट देव को जरूर याद करें। मेरे जीवनकाल से अगर आपने सीखा है या आपको मार्गदर्शन मिला है तो ये मेरा भाग्य है।
केन्द्र के कार्यक्रम अधिशाषी महेश्वर नारायण शर्मा ने राठौड़ को आवाज का जादूगर बताते हुए कहा कि आपकी आवज ही पहचान है। केन्द्र के तकनीकी विभाग के सुनील मितल ने कहा कि राठौड़ केन्द्र में सभी के साथ समानता का व्यवहार करते रहे है। इसी विभाग के आलोक सहानी ने ने कहा कि मैं इनके स्वभाव से हमेशा प्रभावित रहा।
जैसलमेर से वर्चुअल भागीदारी निभाते हुए वरिष्ठ उद्घोषक मिलिन्द पांडे ने कहा कि वर्षो का इनके साथ अनुभव रहा, इनकी सतता, निरन्तरता, इनका समर्पण, अनुशासन से हमने बहुत कुछ सीखा है। आपने कहा कि ये कभी भी बिना होमवर्क किए कन्सोल पर नहीं गए और सामयिकता का ध्यान रखना ये सब हमने इन्हीं से सीखा है। उदाहरण देते हुए आपने बताया कि गानों का कार्यक्रम होता तो ये मौसम के अनुसार गाने बजाते थे। गानों के बारे में पूरा विवरण भी बोलना इनकी विशेषता रही है।
इसी तरह आकाशवाणी केन्द्र चितौड़गढ़ के उद्घोषक प्रकाशचन्द्र खत्री ने वर्चुअल बताया कि मैंने जीवन का जो अध्याय, इनके सानिध्य में, इनके मार्गदर्शन में चलते हुए आरंभ किया वो आज भी नये सोपानों की और लिये जा रहा है। मुख्य कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी ने राठौड़ को अभिनदंन एवं सम्मान पत्र, श्रीफल, शाॅल और स्मृति चिह्न प्रदान करके उन्हें सम्मानित किया। उद्घोषक रामसहाय हर्ष ने अभिनदंन पत्र का वाचन किया।
सम्मान कार्यक्रम में आकाशवाणी केन्द्र बीकानेर के आकस्मिक उद्घोषकों एवं कम्पीयर्स जिसमें अकुंर गोस्वामी, महेश उपाध्याय, आरके सुतार, शिव कुमार झांगिड़, चन्द्रशेखर जोशी, मालकोश आचार्य, अमित व्यास, बजरंग सारस्वत, हितेन्द्र व्यास, ख्वाजा हसन, अनीता जोशी, मधु शर्मा, डाॅ. नमामी शंकर आचार्य, निलाक्षी तनिमा, राकेश कुमार जोशी, रामस्वरूप विश्नोई, सपना व्यास, सोमनाथ जोशी, अनिल खीचड़, भरत कुमार जाजड़ा, दीवानदान रतनू, साक्षी गोस्वामी, कोमल सहानी, सत्यनारायण शर्मा, शंकर जोशी, अश्विनी व्यास, कविता वर्मा ने राठौड़ के सानिध्य में किए कार्यानुभवों को साझा किए जिससे कई बार सभागार का माहौल भावविभोर हो गया। इस कार्यक्रम का संचालन अंकुर गोस्वामी ने किया।आभार आर के सुतार ने प्रकट किया।