एक माह में 2163 जगह छापे मारकर लिए 2277 नमूने,
भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य सामग्री को किया नष्ट
जयपुर hellobikaner.in देश में कोरोना महामारी के चलते लोग अपने स्वास्थ्य से ऐसे ही परेशान है उपर से ये मिलावटखोर अभी भी बाज नहीं आ रहे अधिक मुनाफे के चलते ये लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है। प्रदेश की अस्पतालों में आये दिन मिलावटी खाद्य सामग्री के सेवन करने से बीमार लोग भर्ती होते है और न जाने कितनों कई गंभीर बीमारियाँ भी हुई होगी।
प्रदेश में चलाए जा रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में विगत 1 माह में चिकित्सा विभाग की टीम ने प्रदेश भर में 2163 स्थानों पर निरीक्षण कर 2277 सैंपल लेकर बड़ी मात्रा में मिलावटी सामान को जप्त किया गया है। सही मायने में यह कहना अभी नामुमकिन है की प्रदेश में और किन-किन जिलों में कहाँ-कहाँ खाद्य सामग्री में मिलावट हो रही है।
चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंशा के अनुरूप प्रदेश भर में 1 जनवरी से 31 मार्च तक शुद्ध के लिए युद्ध अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आमजन को मिलावट रहित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि चिकित्सा विभाग की टीम ने प्रदेश भर में 286 नमूने दूध, 476 दूध से बने खाद्य पदार्थ व मिठाइयों, 99 नमूने अन्य मिठाइयों, 595 नमूने घी व तेल तथा 818 नमूने अन्य खाद्य पदार्थों के लिए गए। इनमें से भारी मात्रा में मिलावट मिली खाद्य सामग्री को जप्त किया गया व नष्ट किया गया।
’जयपुर सहित प्रदेश भर में भारी मात्रा में की मिलावटी सामग्री जब्त’
मीणा ने बताया कि चिकित्सा विभाग की टीम ने यूं तो प्रदेश भर में मिलावटी वस्तुओं को सीज कर नष्ट किया लेकिन खासतौर पर जयपुर प्रथम में विगत एक माह में 450 किलो धनिया, 680 किलो मिर्च पाउडर, 296 लीटर तेल, 100 किलो शक्कर, 20 हजार लीटर सरसों तेल व जयपुर द्वितीय में 22 किलो मिर्ची पाउडर, 20 किलो मिलावटी हल्दी जब्त की है। अन्य जिलों में भी भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य पदार्थों को जप्त कर नष्ट किया गया है।
’खाद्य पदार्थों में मिलावट बर्दास्त नहीं’
मीणा ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेने व मिलावट पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में प्रतिदिन औसतन 100 सैंपल लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के साथ निरीक्षण कर छापेमारी करें ताकि अपराधियों में भय व्याप्त और वे मिलावट करने से बचें। उन्होंने कहा कि अभियान में और गति लाकर आमजन को शुद्ध खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में 1 जनवरी से 31 मार्च तक शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इसमें छह विभागों की टीमें आपस में समन्वय कर मिलावट रोकने का प्रयास कर रही है।