जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा की अनुपालना में राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सबल योजना के अंतर्गत सहकारी दुग्ध उत्पादक संघों में दूध की आपूर्ति करने वाले पशुपालकों को 2 रुपए प्रति लीटर दूध की दर से अनुदान देने का आदेश दिया है। यह आदेश एक फरवरी, 2019 से प्रभावी होगा।
गोपालन विभाग की ओर से इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार इसके लिए वित्तीय वर्ष 2018-19 में आवश्यक प्रावधान कर दिया गया है। इस फैसले से राजस्थान सहकारी डेयरी फेडरेशन से सम्बद्ध 21 जिला दुग्ध संघों के माध्यम से प्रदेश भर में 11 हजार 500 से अधिक दुग्ध समितियों से जुड़े 5 लाख पशुपालक एवं नए जुड़ने वाले पशुपालक लाभान्वित होंगे। दूध की खरीद दर के अतिरिक्त मिलने वाले इस 2 रुपए प्रति लीटर के बोनस से उन्हें आर्थिक सम्बल मिलेगा।
पशुपालकों को हर साल होगी 220 करोड़ की अतिरिक्त आय
वर्ष के दौरान प्रतिदिन औसतन 30 लाख किलोग्राम दूध इकट्ठा किया जाता है। इसे देखते हुए पशुपालकों को हर साल 220 करोड़ रूपए की अतिरिक्त आय होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने गत जनवरी में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए आरसीडीएफ से सम्बद्ध सहकारी समितियों के सदस्य दुग्ध उत्पादकों को 2 रूपए प्रति लीटर बोनस दिए जाने की घोषणा की थी।