जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के रामगंज थाना क्षेत्र में कल रात पुलिस थाने पर गुस्साई भीड़ के हमले के बाद लोगों को तितर बितर करने के लिए की गई पुलिस गोलीबारी में एक युवक की मौत हाे गई और तीन पुलिसकर्मियों समेत 20 से अधिक लोग घायल हो गए। पुलिस सूत्राें ने आज बताया कि रात एक युवक सादिक अपने परिवार के साथ मोटरसाईकिल पर जा रहा था और इसी दौरान वहां तैनात यातायात पुलिसकर्मियों ने उसे जांच के लिए रूकने का इशारा किया। लेकिन वह इसे अनसुना करके जाने लगा तो एक जवान ने लाठी से मोटरसाइकिल रोकने की कोशिश की जिसमें ये लोग नीचे गिर गए। इसके बाद सादिक ने पुलिसकर्मियों के साथ बद्तमीजी करनी शुरू कर दी और बाद में अन्य लोगों के साथ् थाने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। गुस्साए लोगों ने थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ धक्का मुक्की और वहां खड़ी दो मोटरसाइकिलों और एंबुलेंस तथा ट्रांसफार्मर को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने इन्हें तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन भीड़ के पुलिसकर्मियाें पर हमले के बाद पुलिस ने आत्म रक्षा में फायरिंग की जिसमें एक युवक की मौत हाे गई और तीन पुलिसकर्मियों समेत 20 से अधिक लाेग घायल हाे गए। इसके बाद प्रशासन ने रात एक बजे रामगंज क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया। जयपुर पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल ने बताया कि क्षेत्र में तनाव को देखते हुए रामगंज,मानकचौक,गलतागेट और सुभाष चौक में कर्फ्यू लगा दिया गया है और यहां स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। आज सुबह एसटीएफ, रैपिड एक्शन फाेर्स और स्थानीय पुलिस ने क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया। इस दौरान सभी घायलों को सवाई मानासिंह अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और मारे गए युवक का शव अभी माेर्चरी में ही रखा गया है। उसके परिजनों के पहुंचने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। फिलहाल पूरे अस्पताल में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि यहां स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है लेकिन आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में भी धारा 144 लगा दी जाएगी। राज्य के पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह शेखावत ने कहा है कि दोषियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।