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बीकानेर hellobikaner.in बीकानेर के ख्यातनाम शायर रंगकर्मी स्व. आनंद वि. आचार्य की स्मृति में संकल्प नाट्य समिति, बीकानेर द्वारा चल रहे ‘‘रंग आनन्द’’ द्वितीय त्रिदिवसीय नाट्य समारोह के दूसरे दिन यूनिवर्सल थियेटर एकेडमी, जयपुर का नाट्य दल बीकानेर पहुँचा।

 

संकल्प नाट्य समिति, बीकानेर के अभिषेक आनंद आचार्य, वसीम राजा ‘कमल’’ ने नाट्य दल का स्वागत बीकानेर रेल्वे स्टेषन पर किया। यूनिवर्सल थियेटर एकेडमी, जयपुर द्वारा सांय 7 बजे स्थानीय टाऊन हॉल, बीकानेर में स्व. आनंद वि. आचार्य लिखित एवं केषव गुप्ता द्वारा निर्देषित नाटक ‘‘काया में काया’’ का मंचन किया गया। नाटक ‘‘काया में काया’’ स्व. आनन्द वि. आचार्य की बेहद चर्चित कृति है। नाटक में वर्तमान भारत की स्थिति व गाँधी जी के आजाद भारत के सपने के द्वंद्व की कहानी है।

गाँधी वर्तमान भारत की दुर्दषा देखकर आजादी की लड़ाई में शामिल उन सभी को बुलाते हैं जिन्हानें आजादी के बाद भारत में सत्ता का सुख भोगा। गाँधी जी नेहरू, जिन्ना, मौलाना, पटेल आदि के सामने सवाल रखते है कि क्या ऐसे आजाद भारत की कल्पना की थी हमने? नाटक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाती है व इस बहस में सभी चरित्रों की व्यक्तिगत व राजनैतिक आकांक्षाओं का पर्दाफाष होता है और नाटक कई गहरे सवाल दर्षकों के सामने छोड़ जाता है। नाटक में अभय शर्मा ने गाँधी, माधव शर्मा ने नेहरू, अंकित शर्मा ने पटेल, धमेन्द्र भारती ने मौलाना, चन्द्र प्रताप सिंह ने जिन्ना, अर्जुन देव ने गोडसे व रामानुज, वैष्णवी शर्मा ने कस्तुरबा और बिहारी के रूप में मानस आदि ने अपने अभिनय का अमिट प्रभाव छोड़ा। नाटक ‘‘काया में काया’’ में संगीत संयोजन भूमिका जी का रहा, प्रकाष व रूप सज्जा  केषव गुप्ता जी ने की, परिधान संयोजन में सीमा गुप्ता का सहयोग रहा। यूनिवर्सल थियेटर एकेडमी, जयपुर के नाटृय दल के नाटक ‘‘काया में काया’’ की इस प्रस्तुति में कला, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग का भी सहयोग रहा। ‘‘रंग आनंद’’ के इस बेहद शानदार कार्यक्रम का संयोजन बीकानेर के जाने माने लेखक और पत्रकार हरीष बी. शर्मा किया।

 

‘‘रंग आनंद’’ के द्वितीय दिन मंचित स्व. आनंद वि. आचार्य द्वारा लिखित नाटक ‘‘काया में काया’’ को बीकानेर शहर में रंग कर्म को चाहने वाले दर्षकों ने भरपूर प्यार दिया नाटक में अंत में टाऊन हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। नाटक ‘‘काया में काया’’ की इस बेहद शानदार प्रस्तुति के साक्षी जोधपुर से आये प्रथम रंग अवार्ड से नवाजे जाने वाले युवा रंगकर्मी आषिष देव चारण जी के साथ-साथ बीकानेर रंगकर्म और साहित्य से जुड़ी जानी मानी वरिष्ठ एवं युवा हस्तियां लक्ष्मी नारायण सोनी, प्रदीप माथुर, नीरज दईया, इकबाल हुसैन, सुरेष हिन्दुस्तानी, अषोक जोषी, प्रमोद कुमार चमोली, बुलाकी दास जी भोजक, दलीप सिंह, इरषाद अजीज जी, के.के. रंगा, सुनिल जोषी, उत्तम सिंह, विकास शर्मा मंजूलता रांकावत, मीनू गौड़, गोपा मंडल आदि रहे। क्रार्यक्रम के अंत में नाटक ‘‘काया में काया’’ के निर्देषक केषव गुप्ता को संकल्प नाट्य समिति, बीकानेर द्वारा एक प्रतीक चिन्ह एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

 

‘‘रंग आनंद’’ के अंतिम दिन उड़ान थियेटर आर्ट सोसायटी, बीकानेर द्वारा नाटक ‘‘वो…..आखरी पड़ाव’’ का मंचन किया जायेगा। इस नाटक का लेखन, निर्देषन व परिकल्पना मंजूलता रांकावत जी ने की है। रंगकर्म को समर्पित जोधपुर से आये युवा रंगकर्मी आषीष देव चारण को प्रथम ‘‘रंग आनंद’’ अवार्ड से सम्मानित करने के साथ ही इस समारोह का समापन होगा।

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