हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, स्पोर्ट्स डेस्क। पदार्पण टेस्ट में एलिक अथानजे (47) की उपयोगी पारी के बावजूद भारत के रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जड़ेजा की फिरकी में फंसी वेस्टइंडीज की टीम भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन बुधवार को पहली पारी में 150 रन ही जुटा सकी।
विंडसर पार्क में अश्विन ने पांच और जडेजा ने तीन विकेट अपने नाम किए। भारत के लिए पहला टेस्ट खेलने उतरे यशस्वी जयसवाल (40) ने कप्तान रोहित शर्मा (30) के साथ पहले विकेट के लिए 80 रन की अविजित साझेदारी की। भारतीय टीम को वेस्ट इंडीज के 150 रन के लक्ष्य को पार करने के लिए 70 रन की और जरुरत है।
रोहित का भाग्य ने उस समय साथ दिया जब भारत की पारी के दूसरे ओवर में जोरदार अपील के बाद अंपायर कॉल ने उन्हें आउट नहीं दिया। अंपायर कॉल पर इंडीज के खिलाड़ियों की अपील का कोई असर नहीं पड़ा जिसके बाद रोहित ने केमर रोच की गेंद पर एक हाथ से कवर ड्राइव लगाते हुए गेद को बाउंड्री के पार पहुंचाया।
कई मौकों पर कॉर्नवाल के सामने जयसवाल टाइमिंग नहीं कर पा रहे थे, लेकिन रोहित ने जोसेफ की गेंद पर एक शानदार स्ट्रेट ड्राइव लगाकर अपने हाथ खोले और फिर स्पिनर जोमेल वारिकन को उनके पहले ही ओवर में छक्का लगाकर 50 रन की साझेदारी पूरी की। राेहित के शॉट को देखते हुए जयसवाल का भी हौसला बढ़ा। जयसवाल ने कॉर्नवाल और वारिकन की लेंथ को जल्दी स भांप लिया और कुछ गेंद को कट के जरिये बॉउंड्री के पार पहुंचाने में सफल रहे। उन्होंने जेसन होल्डर की गेंद को भी कवर के क्षेत्र से सीमा पर कर अपनी पांचवी बाउंड्री लगायी और फिर दिन के आखिरी ओवर में वॉरिकन की गेंद पर रिवर्स-स्विप लगाकर चौका बटोरा।
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और जयदेव उनादकट वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों पर कोई ज्यादा दबाब नहीं बना पाए जबकि अश्विन ने वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रैग ब्रैथवेट और टेगेनारिन चंद्रपॉल को वापस पवेलियन भेजा। चंद्रपॉल एक ड्रिफ्टर का बचाव करने की कोशिश में क्लीन बोल्ड हो गए और ब्रैथवेट स्लॉग करने की कोशिश में लपके गए। अश्विन के ओवर में पगबाधा आउट की अपील करने पर भारतीय टीम ने डीआरएस की मांग की जिससे जर्मेन ब्लैकवुड बच गए। रेमन रीफ़र को शार्दुल ठाकुर की गेंद पर ऑफ स्टंप के बाहर टेस्ट मैंच में डेब्यू कर रहे ईशान किशन ने विकेट की पीछे लपक लिया।
लंच ब्रेक से ठीक पहले सिराज के शानदार कैच की बदौलत जडेजा ने ब्लैकवुड को आउट किया। इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने जोशुआ दा सिल्वा को आगे खेलने को मजबूर किया और भारत ने डीआरएस का विकल्प चुना, लेकिन इस समय फैसला बल्लेबाज के पक्ष में गया। हालाँकि विकेटकीपर-बल्लेबाज जल्द ही पवेलियन वापस चला गया क्योंकि उसने जडेजा की गेंद को अपने शरीर के करीब से मारने की कोशिश की और उन्हें आउट करार दिया गया। इसके बाद इंडीज के टेलहेंडर अथानाज़ और होल्डर ने पारी को संभालने की कोशिश की और बल्लेबाजों ने ब्रायन लारा की तरह कुछ स्टाइलिश शॉट्स भी मारे और छक्का भी जड़ा। अश्विन को हालांकि दूसरे सत्र में अधिक टर्न मिल रहा था।
बाद में सिराज ने एक शॉर्ट गेंद पर होल्डर को आउट कर साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद अश्विन ने जोसेफ को आउट करके अपना 700वां अंतरराष्ट्रीय विकेट लिया और अथानाजे को आउट कर मैच में अपना चौथा विकेट लिया। कॉर्नवाल ने चाय के तुरंत बाद अश्विन की गेंदों पर दो चौके लगाए। रोच ने कुछ समय के लिए उनका साथ दिया। रोच जडेजा का तीसरा शिकार बने क्योंकि भारत ने डीआरएस का सहारा लेकर नॉट-आउट के फैसले को पलट दिया जिसके बाद वह पगबाधा आउट हो गए। वॉरिकन को हालांकि अश्विन ने अपना पांचवां शिकार बनाया। उन्होंने शुभमन गिल को बैट-पैड कैच दिया, तीसरे अंपायर मराइस इरास्मस ने वॉरिकन को आउट दे दिया।
वेस्टइंडीज 150 रन पर ऑल आउट हो गयी जहां एलिक अथानाजे अपने अर्धशतक से चूक गये और 47 पर आउट हो गये, क्रैग ब्रैथवेट ने 20 रन को योगदान दिया। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन 5-60, रवींद्र जड़ेजा 3-26 का योगदान रहा। भारत ने पहली पारी में बिना विकेट गवाये 80 रन बना लिए है और यशस्वी जयसवाल 40, रोहित शर्मा 30 रन पर नाबाद हैं। भारत वेस्ट इंडीज के 150 से महज 70 रन पीछे है।