जयपुर । श्रम कारखाना एवं बॉयलर्स मंत्री डॉ. जसंवत सिंह यादव मंगलवार को कॉन्फ्रेस हॉल झालाना जयपुर स्थित कारखाना एवं बॉयलर्स विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि निरीक्षक कारखाना एवं बॉयलर्स के पद पर भर्ती के लिए अभ्यर्थना राजस्थान लोक सेवा आयोग को भिजवा दी गई है एवं भर्ती प्रक्रिया को जल्द ही संपन्न करवा लिया जाएगा ताकि विभाग को जल्द ही निरीक्षक मिल सके।
डॉ. यादव ने बताया कि राजस्थान का कारखाना एवं बॉयलर्स विभाग संपूर्ण भारत में पहला विभाग है जिसनें अपनी कार्यप्रणाली को पेपरलेस,कैशलेस एवं प्रजेंसलेस बनाया। उन्होंने बताया कि विभाग भारत में प्रथम राज्य है, जहां पहली बार बॉयलर अटेण्डेंट की ऑनलाइन परीक्षा पद्धति की भी शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया कि विभाग आधुनिक तकनीकों को अपनाते हुए राजएबी वेब एप्लीकेशन द्वारा पंजीकरण,नवीनीकरण व नक्शा अनुमोदन के कार्य भी जा रहे हैं।
डॉ. यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की यह प्राथमिकता है की राज्य की किसी भी फैक्ट्री में श्रमिकों को किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े विभाग इसी मंशा को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रहा है उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों से उनके द्वारा जिलों के कारखानों में किए गए निरीक्षणों का फीडबैक मांगा एवं अधिकारियों को निर्देश दिए की जिन कारखानों के द्वारा लगातार नियमों की अवहेलना की जा रही है उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाए उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा पिछले 3 माह में 526 कारखानों के निरीक्षण किए एवं जिन कारखानों द्वारा नियमों की अनुपालना नहीं की गई ऎसे 27 कारखानों के परिवाद कोर्ट में दायर किए गए।
डॉ. यादव ने सभी निरीक्षकों को श्रमिको की सुरक्षा वह मेडिकल व्यवस्था जैसे फस्र्ट-एण्ड, पीने के पानी, साफ सफाई को सुनिश्चित करने के लिए कारखानों के प्रभावी संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धूल से बचाव के लिए राज्य में कई स्थान जैसे दोसा अलवर आदि में पत्थर का पाउडर बनाने वाली इकाइयों का सर्वे कर आवश्यक कार्यवाही की जाए ताकि श्रमिकों को धूल से होने वाली समस्याओं का सामना ना करना पड़े।
डॉ. यादव ने बताया कि श्रमिक हितों के लिए रिसर्च व नवाचार के लिए भारत सरकार से रीजनल लेबर इंस्टिट्यूट खोलने के लिए लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में सुरक्षा अधिकारी के लिए किसी भी राजकीय संस्थानों में प्रशिक्षण कोर्स चालू नहीं है। इसे राज्य में चालू कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिख इसे जल्द ही चालू करवाया जाएगा। उन्होंने सभी निरीक्षकों को निर्देश दिये कि वे यह प्रयास करें कि औद्योगिक श्रमिक हित में कारखानों को सीएसआर फंड का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि श्रमिकों का समुचित कल्याण हो सके।
समीक्षा बैठक में मुख्य निरीक्षक कारखाना बॉयलर्स श्री मुकेश जैन एवं सभी जिलों के निरीक्षक मौजूद रहे।