चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारतीय टीम में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पिछले कुछ दिनों से लगातार खबरें आ रही हैं कि टीम इंडिया के कई खिलाड़ी कोच अनिल कुंबले के व्यवहार से खुश नहीं हैं. कप्तान विराट कोहली समेत टीम के कई खिलाड़ियों ने इसको लेकर बीसीसीआई के प्रशासकों की समिति (सीओए) से शिकायत भी की है. इस बीच अब 4 जून को होने वाले पाकिस्तान के खिलाफ पहले मुकाबले से पहले टीम के बीच सब कुछ ठीक कराने की कोशिशें शुरू हो गई हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, बीसीसीआई का एडवाइजरी पैनल जिसमें भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर शामिल हैं. वो इस मुद्दे पर सुलह करवाने की कोशिश कर सकते हैं. इसको लेकर तीनों दिग्गज सीओए से मुलाकात कर सकते हैं. वह जल्द ही सीओए के चेयरमैन विनोद राय समेत तीनों सदस्यों से मुलाकात करेंगे.
सूत्रों की मानें, तो टीम इंडिया के खिलाड़ी अनिल कुबंले के हार्ड टास्क रवैये से खुश नहीं हैं, खिलाड़ियों का कहना है कि उन्हें रवि शास्त्री का तरीका काफी सहज और पसंद लगता था. अनिल कुंबले का कॉन्ट्रैक्ट 23 जून को खत्म हो रहा है, हो सकता है कि इसे बढ़ाया ना जाए.
100 प्रतिशत रिकॉर्ड के बावजूद बीसीसीआई ने 25 मई को टीम के मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन मंगवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसमें अनिल कुंबले को वर्तमान कोच होने की वजह से सीधी एंट्री मिली है. पद के लिए इच्छुक उम्मीदवारों के आवेदन के बाद सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति उनका इंटरव्यू लेगी. कहा जा रहा है कि बीसीसीआई चाहती है कि राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के कोच बने, बीसीसीआई ने वीरेंद्र सहवाग को भी कोच पद के लिए आवेदन करने को कहा था. लेकिन वीरू नहीं मानें.
आपको बता दें कि इससे पहले 2007-08 के समय भी भारतीय टीम में तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल के खिलाफ भी ऐसी ही शिकायतें आई थी. तब चैपल पर टीम का माहौल खराब करने और पूरी टीम पर अपनी ही नीतियों को थोपने का आरोप लगा था. उस समय भी कप्तान सौरव गांगुली और कोच ग्रेग चैपल के बीच अच्छे संबंध नहीं थे.