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नई​ दिल्ली। देश के कई बैंकों की हड़ताल और छुट्टी की वजह से लगातार 4 दिनों तक बैंक बंद रहने की खबर के बाद सरकारी कर्मचारियों की अपनी सैलरी को लेकर चिंता बढ़ गई है। केंद्र सरकर 5 दिन पहले ही सरकारी कर्मचारियों को सैलरी देने का निर्देश दिया है। केंद्र सरकर भी इसको लेकर कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है। लिहाजा, लगातार चार दिनों तक बैंक बंद को देखते हुए केंद्र सरकार ने वित मंत्रालय के कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स की तरफ से जारी किया गया निर्देश।

चार बैंक यूनियनों ने दो दिन के हड़ताल का ऐलान किया है जो 26 सितंबर से शुरू होगा। अगर इन बैंकों का यह ऐलान सफल होता है तो अगले सप्ताह लगातार 4 दिनों तक बैंक बंद रहेंगे। यह हड़ताल 26 सितंबर से 29 सिंतबर तक रहेगा, जिस दौरान बैंकिंग सेवाएं भी बाधित रहेंगी। 4 बैंक यूनियन, जिसमें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशंस, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑर्गेनाइेशन बैंक ऑफिसर्स ने 26 सितंबर और 27 सिंतबर को हड़ताल की मांग की है। इन यूनियनों ने सरकार द्वारा 10 बैंकों का विलय कर 4 बैंक बनाने के फैसले के​ विरोध में यह फैसला किया है।

बताते चलें कि यह पहला ऐसा मामला होगा जब सरकारी कर्मचारियों को पांच दिन पहले ही सैलरी मिल जाएगी. वित्त मंत्रालय  के कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स, शाखा की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों को 25 सितंबर को ही वेतन जारी कर दिया जाए।

अलगे सप्ताह 3 दिनों के ​लिए ही खुलेंगे बैंक इन बैंक यूनियनों ने गुरुवार और शुक्रवार को हड़ताल करने की घोषणा की है। 28 सितंबर को महीने के चौथे शनिवार होने की वजह से छुट्टी रहेगी और रविवार को बैंकों का वीकली ऑफ होता है। इसके बाद अगले सप्ताह अधिकतर बैंक केवल तीन दिनों के लिए ही खुले रहेंगे. ऐसे में लगातार चार दिनों तक बैंकों की छुट्टी का असर आम आदमी पर भी पड़ेगा। 30 सितंबर को सोमवार है और इस दिन बैंक खुले रहेंगे. ऐसे में सैलरीड क्लास के लिए राहत की बात है कि उनकी सैलरी नहीं अटकेगी।

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