बीकानेर । स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कृषि व्यवसाय प्रबंधन संस्थान में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा प्रायोजित इक्कीस दिवसीय ‘कृषि विकास में अंतनिर्हित एवं उद्यमिता कुशलता’ विषयक शीतकालीन प्रशिक्षण सोमवार को सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अतिरिक्त महानिदेशक डाॅ. गरिकापाटी वेंकटेंशवरुल्लू थे। उन्होंने कहा कि आइसीएआर द्वारा विश्वविद्यालयों में सुदृढ़ीेकरण, गुणवत्तापरक शिक्षा और क्षमता संवर्धन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसे ध्यान रखते हुए समय-समय पर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इक्कीस दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को सीखने के नए अवसर मिले हैं। व्यावाहारिक जीवन में इनका लाभ मिलेगा। उन्होंने आइसीएआर की विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया तथा कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो, इसके लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. बी. आर. छीपा ने कहा कि सफलता पाने के लिए ज्ञान और अनुभव के साथ जुनून और जज्बे की जरूरत होती है। प्रशिक्षणार्थी इस जज्बे के साथ एंटरप्रेन्योरशिप की ओर कदम बढ़ाएं। असफलता से डरे बिना देश और समाज के लिए कुछ कर गुजरने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आज कम पढ़े-लिखे किसान अनेक नवाचारों के माध्यम अपनी आय और उत्पादन बढ़ा चुके हैं। कृषि वैज्ञानिक भी ऐसे नवाचारों का अनुसरण करे।
आइएबीएम निदेशक डाॅ. एन. के शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि इक्कीस दिवसीय प्रशिक्षण में आन्ध्रप्रदेश, पंजाब, गुजरात एवं राजस्थान के प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रभारी डाॅ. वाई सुदर्शन ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करवाते हुए कृषकों से रूबरू करवाया गया। वहीं डिजिटल कृषि, हाईटेक नर्सरी, डेयरी फार्मिग, मूल्य संवर्धन, बीज उत्पादन, दुग्ध प्रसंस्करण, संरक्षित खेती, बिग डेटा, मशरूम उत्पादन, चारा भण्डारण, बायोजेन्ट उत्पादन, साइबर सुरक्षा, कृषि पर्यटन, किसान वैज्ञानिक मिशन इत्यादि विषयों पर व्याख्यान आयोजित हुए।
इस अवसर पर जोधपुर की डाॅ. दीपिका हजौंग, आनंद(गुजरात) के डाॅ. निश्छल चावड़ा तथा आंध्रप्रदेश की वाई. प्रभावती ने प्रशिक्षण के अनुभव शेयर किए। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. अदिति माथुर ने किया। डाॅ. नरेन्द्र कुमार पारीक ने आभार जताया। इस दौरान प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. एस. के. शर्मा, डाॅ. आईपी सिंह, डाॅ. दीपाली धवन, डाॅ. एस.एल. गोदारा, डाॅ. एसपी पुरोहित, डाॅ. अमिता शर्मा, डाॅ. सत्यवीर सिंह मीना आदि मौजूद रहे।