जयपुर hellobikaner.com राजस्थान में मानसून की वर्षा का दौर जारी हैं और इस बार मानसून को आये अभी दो सप्ताह ही पूरे नहीं हुए कि अब तक सामान्य से 22 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी हैं वहीं प्रदेश के आठ जिले ऐसे है जहां अब तक असामान्य वर्षा हुई हैं।
जल संसाधन विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार राज्य में गत एक जून से अब तक सामान्य वर्षा 113़ 09 मिलीमीटर की तुलना में 138़ 44 मिलीमीटर बरसात हुई जो सामान्य से 22़ 4 प्रतिशत अधिक हैं। इस दौरान अब तक अजमेर, बीकानेर, चुरु, जैसलमेर, झुंझुनूं, कोटा, नागौर एवं सीकर जिलों में असामान्य बरसात हो चुकी है। इनमें सर्वाधिक वर्षा बीकानेर में हुई जहां सामान्य वर्षा 62़ 70 मिलीमीटर की जगह अब तक 180़ 89 मिलीमीटर बरसात हुई जो सामान्य से 188़ 5 प्रतिशत अधिक हैं। जैसलमेर में सामान्य 38 मिलीमीटर की तुलना में अब तक 84 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 121 प्रतिशत ज्यादा हैं। इसी तरह चुरु में सामान्य वर्षा 84़ 50 की जगह 185़ 71 मिलीमीटर बरसात हुई जो सामान्य से 119़ 8 प्रतिशत ज्यादा है। इसी प्रकार असामान्य वर्षा वाले शेष पांच जिलों में सामान्य से 60 प्रतिशत से अधिक वर्षा दर्ज की गई।
इस दौरान राज्य के बारह जिलों जयपुर, जोधपुर, बारां, बाड़मेर, बूंदी, दौसा, धौलपुर, गंगानगर, झालावाड़, सवाईमाधोपुर, टोंक एवं उदयपुर में सामान्य से अधिक तथा नौ जिलों अलवर, भरतपुर, चित्तौड़गढ, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जालौर करौली, पाली एवं राजसमंद में सामान्य बरसात हो चुकी हैं जबकि चार जिले बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़ एवं सिरोही ऐसे हैं जहां अब तक बरसात की कमी बनी हुई हैं। इस दौरान गत वर्ष की तुलना में अच्छी बरसात हुई हैं जबकि पिछले वर्ष इस दौरान केवल दो जिलों में ही असामान्य वर्षा एवं पांच जिलों में सामान्य से अधिक बरसात दर्ज की गई और 23 जिलों में वर्षा की कमी बनी रही तथा तीन जिलों मे अल्प वर्षा ही हुई।
राज्य में इस दौरान अच्छी बरसात के कारण बांधों में पानी की आवक अच्छी हुई और अब तक छोटे-बड़े आठ बांध लबालब हो चुके हैं तथा 270 बांध आंशिक रुप से भर गये हैं जबकि 433 बांध अभी खाली हैं। पांच बांधों की स्थिति के बारे में विभाग के पास कोई सूचना नहीं हैं। बांधों की भराव क्षमता 12608़ 29 एमक्यूम की तुलना में अब तक इनका जल स्तर 5070़ 69 एमक्यूम पहुंच गया जो भराव क्षमता का 40़ 22 प्रतिशत हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में मानसून गत 30 जनवरी को प्रवेश किया जो लगभग एक सप्ताह देरी से आया।