हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क,www.hellobikaner.com पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि कुमार में हिम्मत है तो पटना आते ही संत धीरेंद्र शास्री को गिरफ्तार करें, बजरंग दल पर प्रतिबंध लगायें और रामनवमी पर हुए हिंसक उपद्रव की न्यायिक जांच के लिए आयोग गठित करें।
मोदी ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि बाबा बागेश्वर धाम को बिहार में घुसने न देने की धमकी, बजरंग दल पर प्रतिबंध की मांग, श्रीरामचरित मानस की निंदा, राम मंदिर का विरोध, सासाराम-बिहारशरीफ में पथराव-बमबाजी से पीड़ित अनेक राम भक्तों को ही दंगाई घोषित कर एकतरफा कार्रवाई करना और ब्राह्मणों को विदेशी बताना यह साबित करता है कि महागठबंधन सरकार वोट बैंक के लिए पूरी तरह हिंदू विरोधी हो गई है।क्या यही आपकी ‘धर्मनिरपेक्षता’ है।
भाजपा सांसद ने कहा कि जो लोग कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा नौ महीने बाद भी पूरा नहीं कर पाए, वे असल मुद्दे से ध्यान भटकाए रखने के लिए हिंदुओं को टार्गेट कर रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या लालू-नीतीश ने तय कर लिया है कि इन्हें हिंदुओं का एक भी वोट नहीं चाहिए। जो लोग आतंकी संगठन पीएफआई की गतिविधियों और ‘देश को कर्बला बना देने’ जैसे बयान पर चुपी साधे रहे, उन्हें बजरंग दल पर बोलने का कोई हक नहीं है।
· हिम्मत है तो धीरेंद्र शास्त्री को रोकें, बजरंग दल पर प्रतिबंध लगायें नीतीश कुमार
· मानस की निंदा, राम मंदिर का विरोध, दंगा पीड़ित राम भक्तों को दंगाई घोषित करना वोट बैंक की राजनीति
· सासाराम-बिहारशरीफ में हिंसा-आगजनी की न्यायिक जांच करायें— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 6, 2023
मोदी ने कहा कि कर्नाटक की पिछली कांग्रेस सरकार ने हिंसा, लूटपाट और दंगे से जुड़े 1600 मुकदमे वापस लेकर राज्य में पीएफआई की जड़ें मजबूत की थीं। यही कांग्रेस आज बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का इरादा रखती है और बिहार में उसके मित्र एक वर्ग को खुश करने के लिए यही मांग दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सासाराम में पांच बार के विधायक और कुशवाहा समाज के सम्मानित नेता जवाहर प्रसाद रामनवमी पर शांति बनाये रखने के लिए सक्रिय रहे, लेकिन नीतीश सरकार ने उन्हें ही एक महीने बाद दंगाई घोषित कर गिरफतार करा दिया।