हैलो बीकानेर । संसदीय सचिव डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित किए बिना सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती। जीतने के लिए जुनून और जज्बे की जरूरत है। एक-एक क्षण का सदुपयोग और सतत प्रयास करते हुए किसी भी मंजिल तक पहुंचा जा सकता है।
संसदीय सचिव ने शनिवार को रवीन्द्र रंगमंच में जय मां भवानी संस्था की ओर से सर्व समाज की प्रतिभाओं के सम्मान समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अंधकारमय है। हमें शिक्षा को प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही। साथ ही स्किल डेवलपमेंट करते हुए प्रतिस्पर्धा के दौर में आगे बढ़ने की सीख दी। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी तथा कहा कि शिक्षा से वंचित प्रत्येक बच्चे को पढ़ाई से जोड़ना हमारा सामूहिक दायित्व है।
जिला प्रमुख सुशीला सिंवर ने कहा कि विद्यार्थी, अनुशासन की महत्ता समझें। समय की कद्र करें तथा सभ्यता एवं संस्कारों का निर्वहन करें। नगर विकास न्यास के अध्यक्ष महावीर रांका ने कहा कि आने वाला समय युवाओं का है। युवा ही देश की असली ताकत हैं। वे अपनी क्षमताओं को पहचानें और देश के सर्वांगीण विकास में इसका उपयोग करें। श्री ब्रह्म गायत्री सेवाश्रम के अधिष्ठाता श्री रामेश्वरानंद पुरोहित ने कहा कि माता-पिता एवं गुरूजनों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखें। उन्होंने जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव में समभाव होकर रहने की सीख दी।
कार्यक्रम में सहीराम दुसाद, भारत स्काउट एवं गाइड की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ. विमला डुकवाल, सी. यू. शंकर महाराज, साध्वी सत्य स्वरूपा, ओमप्रकाश तर्ड, सुरभि राखेचा सहित विभिन्न गणमान्य लोग मौजूद थे। इससे पहले अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। इस अवसर पर दसवीं और बारहवीं में उत्कृष्ट परिणाम लाने वाली लगभग 150 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। संस्था के ओमप्रकाश नैण, सीताराम डूडी, मोहन सिंह, श्री किशन सिंवर और रामलक्ष्ण गोदारा सहित विभिन्न पदाधिकारियों ने व्यवस्थाएं संभाली।