बीकानेर। शहर में स्ट्रीट वेन्डर सर्वे के बाद वेण्डिग और नोन वेण्डिग जोन में बांट दिया गया है। यह सर्वे मैसर्स याशी कन्सेल्टेन्सी से तैयार करवाया गया था। इस संबंध में हाल ही दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के घटक एस.यू.वी. (सपोर्ट टू अर्बन स्ट्रीट वेन्डर्स) की हुई बैठक स्ट्रीट वेन्टर्स को स्थान दिये पर विस्तार से चर्चा की गई थी।
नगर निगम के आयुक्त डाॅ.प्रदीप के.गवांडे ने बताया कि पूरे शहर को वेन्डिग जोन और नो-वेन्डिग जोन का ड्राफ्टिंग प्लान बनाया गया है। इसमें चार भागों को बांटकर बीकानेर शहर को 21 वेन्डिग जोन तथा 11 नोन वेन्डिग जोन क्षेत्र बनाएं गए हैं। वेन्डिग जोन के अलग-अलग क्षेत्र में स्ट्रीट वेन्डरर्स को व्यवस्थित रूप से स्थान उपलब्ध कराते हुए ’राजस्थान स्ट्रीट वेन्डिग निमय 2016 के तहत वेन्डिग क्षेत्र में आधारभूत सुविधा दी जायेगी।
स्ट्रीट वेन्डर्स क्षेत्र-उन्होंने बताया कि फड़बाजार क्षेत्र के सभी वेन्डर्स को रेलवे ओवर ब्रिज (नगर निगम भण्डार) अवथा राजीव गांधी मार्ग पर स्थान दिया जायेगा। पाॅलीटेक्निक काॅलेज और मंदिरों के पास नाॅन वेडिंग जोन बनाया गया है। राजीव गांधी मार्ग एवं रतन सागर कुआ एवं पीबीएम अस्पताल के पास वेन्डर्स के लिए छोटे-छोटे कियोस्क का निर्माण करवाया जायेगा। जस्सूसर गेट एवं पुरानी जेल पर स्ट्रीट वेन्डर्स को जगह दी जायेगी। बड़ा बाजार को भी इसमें शामिल किया गया है।
आयुक्त ने बताया कि सभी वेन्डर्स को स्थान अस्थाई दिया जायेगा ना कि स्थाई। वेन्डर्स को समय-समय पर पुनः वेन्डिग सर्टिफिकेट लेना होगा ताकि उनकी आजीविका चलती रहे तथा वेन्डिग क्षेत्र मंे खाली जगह के साथ-साथ मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
गवांडे ने बताया कि सबसे पहले सर्वेक्षित स्ट्रीट वेन्डर्स को आवश्यकतानुसार नाॅन-वेडिंग क्षेत्र से वेडिंग क्षेत्र में चरण बद्ध तरीके से रि-लाॅकेट किया जायेगा। उन्होंने बताया कि वेन्डिग क्षेत्र में शिफ्ट करने के बाद ही वेन्डिग क्षेत्र में वेन्डिग कार्य हेतु राजस्थान स्ट्रीट वेण्डर्स (आजीविका संरक्षण और वेडिंग क्षेत्र का विनियमन) निमय 2016 के तहत तय सीमा तक का वेन्डिग सर्टिफिकेट दिया जायेगा। उन्हांेने बताया कि डीएलबी द्वारा वेरिफाइड प्रारूप में आईडी कार्ड दिया जायेगा।
क्या है स्ट्रीट वेंडर्स प्लान ?
स्ट्रीट वेंडर्स का प्लान बनाने के पीछे मकसद ट्रैफिक समस्या से राहत दिलाना है। ऐसे में अगर स्ट्रीट वेंडरों को एक निश्चित जगह पर दुकान लगाने के लिए जगह उपलब्ध कराई जाती है, तो शहर में ट्रैफिक की आधी समस्या खत्म हो सकती है। स्ट्रीट वेंडर की वजह से कई जगह ट्रैफिक जाम हो जाता है। कई जगहों पर रेहड़ी ठेले होने से सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है। अरबन लाइवली हुड मिशन के तहत स्वायत्त शासन विभाग ने स्ट्रीट वेंडर्स का प्लान लागू करने के निर्देश दिए थे। यहां बतादें कि नगरपरिषद क्षेत्र में फुटपाथ, रेहड़ी ठेले पर दुकान चलाने वालों को स्ट्रीट वेंडर्स की श्रेणी में माना गया है। शहर में वेंडर्स जोन में ही स्ट्रीट वेंडर्स को निर्धारित जगह पर अपनी दुकान चलाने की गाइडलाइन है।