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हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikanre.in                                                                    बारां।  राजस्थान में झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी और अपने पुत्र दुष्यंत सिंह को पांचवीं बार ऐतिहासिक जीत दिलवा कर संसद पहुंचाने की पूरी रणनीति पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बनाई थी, जो काफी हद तक कारगर भी साबित हुई। यही कारण था कि राजे ने चुनाव के दौरान इसी सीट पर अपना पूरा फोकस रखा।

 

 

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद राजे ने विशेष तौर पर बारां जिले में लगातार दौरे किये। इस दौरान उन्होंने भाजपा नेता, कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि पुराने वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं, समाज के प्रतिनिधियों, व्यापारियों से भी माहौल की जानकारी लेते हुये मंत्रणा की थी। उन्होंने जिले की चारों विधानसभाओं के विधायकों को अपनी-अपनी सीटों के क्षेत्रों में सक्रिय रहने के साथ हिदायत दी थी।

 

 

राजे की झालावाड़ रहते हुये भी पूरी नज़र बारां जिले में रहती थी। वह पूरे समय तक निगरानी करती रहीं। उनकी रणनीति का ही परिणाम रहा कि भाजपा प्रत्याशी दुष्यंत सिंह को बारां जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र से अच्छी बढ़त मिली। चुनाव पूर्व माना जा रहा था कि बारां जिले की छबड़ा को छोड़कर अंता, किशनगंज एवं बारां-अटरू से भाजपा का बढ़त का अंतर कम हो सकता है। राजे जानती थी कि झालावाड़ जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र में उनके प्रभाव के कारण अच्छी खासी बढ़त रहेगी, लेकिन बारां जिले में कुछ उलट-पुलट की संभावना बन सकती है। यही कारण था कि वसुंधरा राजे ने झालावाड़ के साथ ही बारां जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र में अपनी नजर बनाये रखी। राजे का पूरा फोकस झालावाड़-बारां क्षेत्र पर ही रहा। वह पुत्र दुष्यंत सिंह को ऐतिहासिक जीत के लिये यहीं पड़ाव डाले रहीं। वह स्टार प्रचारक होने के बावजूद राज्य के किसी भी जिले में प्रचार के लिये नहीं गयी।

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